‘बाबा साहेब’ के कार्यक्रम से भगाए गए रमाशंकर कठेरिया

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एससी आयोग के अध्यक्ष रमाशंकर कठेरिया को दलित समाज के लोगों ने कार्यक्रम से वापस लौटा दिया। दरअसल, यूपी के आगरा में रमाशंकर कठेरिया बाबा भीमराव अंबेडकर के परिनिर्वाण दिवस के मौके पर कार्यक्रम में ढोल नगाड़ों के साथ पहुंचे थे। 

शोक के माहौल में ढोल नगाड़ों के साथ रमाशंकर कठेरियों को देख दलित समाज के लोग भड़क गए और उन्हें कार्यक्रम से वापस लौटा दिया। इतना ही नहीं उन्हें बाबा साहेब की तस्वीर पर फूल तक नहीं चढ़ाने दिए। दलित समाज ने रमाशंकर कठेरिया का जमकर विरोध किया।

रमाशंकर कठेरिया ढोल नगाड़े के साथ जा पहुंचे

आपको बता दें कि आज 6 दिंसबर को बाबा भीमराव अंबेडकर का 63वां परिनिर्वाण दिवस मनाया जा रहा है। इस मौके पर पूरे यूपी में कार्यक्रमों का आयोजिन किया गयाा था। इसी क्रम में आगरा में भी बाबा साहेब का एक कार्यक्रम चल रहा था। जिसमें रमाशंकर कठेरिया ढोल नगाड़े के साथ जा पहुंचे। फिर क्या था शोक के माहौल पर इस तरह से आना दलित समाज के लोगों को नगावर गुजरा और उन्होंने कार्यक्रम से वापल लौटा दिया।

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राजधानी लखनऊ में अंबेडकर छात्रावास के छात्रों ने मध्यरात्रि में फूल अर्पित करके बाबा साहेब को श्रद्धांजलि दी। इस दौरान छात्रों को अंबेडकर प्रतिमा के गेट पर ताला और बैरिकेडिंग लगी थी। इसे कूद कर छात्रों ने अंबेडकर प्रतिमा पर फूल अर्पित किए।छात्रों ने मुख्यमंत्री के हनुमान को दलित बताए जाने वाले बयान पर वोट बैंक हथियाने की बात कही।

बाबा साहेब की प्रतिमा पर ताला लगाने से छात्रों ने नाराजगी जताई

छात्रों का कहना है कि सीएम योगी ने दलित वोट भुनाने के लिए भगवान हनुमान को दलित बताया था। इतना ही नहीं छात्रों ने कहा कि अगर सच में भगवान हनुमान दलित थे तो सभी हनुमान मंदिरों में दलितों को पुजारी बनाया जाए। वहीं सीएम योगी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि योगी सरकार जुमलेबाजों की सरकार है बस जुमलेबाजी कर रही है और कुछ नहीं। इतना ही नहीं छात्रों ने बाबा साहेब की प्रतिमा पर ताला लगाने से छात्रों ने नाराजगी जताई।

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