विपक्ष का पत्र सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट रोके: वैक्सीन और ऑक्सीजन के लिए दे फण्ड

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विपक्ष ने अपनी सजगता को देश में दिखाते हुए देश के प्रधानमंत्री को पत्र लिखा. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी और पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा समेत 12 प्रमुख विपक्षी दलों के कोरोना वायरस को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है.  विपक्षी नेताओं ने अपने पत्र में सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट को रोकने की मांग करते हुए उस फंड का इस्तेमाल ऑक्सीजन और वैक्सीन के लिए देने की मांग की है.

पत्र में किये व्यवस्था की मांग

नेताओं ने सभी देशवासियों को मुफ्त में टीका लगाने की व्यवस्था करने, सेंट्रल विस्टा परियोजना को रोककर इसका पैसा टीकाकरण के लिए इस्तेमाल करने, तीनों कृषि कानूनों को निरस्त करने, पीएम केयर्स कोष की पूरी राशि का इस्तेमाल जरूरी चिकित्सा उपकरणों की खरीद के लिए करने और सभी बेरोजगार लोगों को प्रति माह 6,000 रुपए देने की मांग भी की है.

कांग्रेस की तरफ से सोनिया और जनता दल (एस) की तरफ से देवगौड़ा के अलावा राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार, शिवसेना प्रमुख एवं महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, द्रमुक नेता और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन तथा झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता एवं झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने यह पत्र लिखा है.

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पत्र लिखने वालों में अखिलेश यादव समेत फारूक अब्दुल्ला भी शामिल

इनके अलावा समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव, नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला, भाकपा महासचिव डी राजा और माकपा महासचिव सीताराम येचुरी भी यह साझा पत्र भेजने वाले नेताओं में शामिल हैं. इन नेताओं ने पत्र में कहा, देश में कोरोना महामारी अप्रत्याशित स्तर के मानवीय संकट का रूप ले चुकी है. हमने अतीत में भी आपका ध्यान उन कदमों की ओर खींचा जिन्हें केंद्र सरकार की ओर से उठाया जाना और लागू किया जाना जरूरी है. दुर्भाग्यवश आपकी सरकार ने सभी सुझावों को नजरंदाज कर दिया या फिर मानने से इनकार कर दिया.  इस तरह से स्थिति भयावह मानवीय त्रासदी की तरफ बढ़ गई.

पीएम केयर्स की राशि टीके में इस्तेमाल करने की मांग

टीके को लेकर विपक्ष ने सत्ताधारी पार्टी पर धावा बोला. अपनी मांग को रखते हुए विपक्ष में मुफ्त टीकाकरण करने की मान राखी.  टीकों के घरेलू निर्माण को बढ़ाने के लिए जरूरी लाइसेंस दिए जाएं. विपक्षी नेताओं ने यह मांग भी की, बजट में आवंटित 35000 करोड़ रुपए टीके के लिए खर्च किए जाएं. सेंट्रल विस्टा परियोजना पर रोक लगाई जाए. इसके लिए तय राशि का इस्तेमाल ऑक्सीजन और टीके की खरीद में किया जाए. बिना लेखा-जोखा वाले ट्रस्ट फंड ‘पीएम केयर्स में मौजूद सारी राशि का इस्तेमाल टीके, ऑक्सीजन और जरूरी चिकित्सा उपकरणों की खरीद के लिए किया जाए.

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बेरोजगारों को 6000 महीना देने की मांग

उन्होंने कहा, सभी बेरोजगार लोगों को 6000 रुपए महीने दिए जाएं. जरूरतमंद लोगों को केंद्र सरकार के अन्न गोदामों से अनाज मुहैया कराया जाए।. तीनों कृषि कानूनों को निरस्त किया जाए ताकि लाखों अन्नदाता महामारी से बच सकें और भारतीय नागरिकों को खिलाने के लिए अन्न पैदा कर सकें. विपक्ष के प्रमुख नेताओं ने कहा, हम उम्मीद करते हैं कि भारत और हमारी जनता के हित में इन सुझावों को आपकी तरफ से सराहा जाए.

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