महाराष्ट्र के राकांपा व कांग्रेस विधायक दूसरे राज्यों में भेजे जा रहे हैं

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पता चला है कि महाराष्ट्र में जो अजीत पवार को समर्थन दे रहे हैं वैसे 9 विधायक दिल्ली भेजे जा रहे हैं। कांग्रेस के 44 विधायक मध्यप्रदेश भेजे जा रहे हैं ता​कि खरीद फरोख्त को रोका जा सके!
महाराष्ट्र में 30 नवंबर को फडणवीस सरकार को विधानसभा में विश्वासमत हासिल करना है!

कांग्रेस पहले अपने विधायकों को भोपाल शिफ्ट करने की प्लानिंग में थी

महाराष्ट्र में बदले राजनीतिक घटनाक्रम के बाद कांग्रेस अपने विधायकों को भोपाल की जयपुर शिफ्ट कर रही है, जबकि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के बागी 8 विधायकों को दिल्ली लाया जा रहा है. इन बागी विधायकों को चार्टर्ड  विमान से दिल्ली लाया जा रहा है.

कांग्रेस पहले अपने विधायकों को भोपाल शिफ्ट करने की प्लानिंग में थी, लेकिन बाद में उसने जयपुर शिफ्ट करने का फैसला कर लिया. कांग्रेस को भोपाल की बजाय जयपुर में अपने विधायकों को रखना ज्यादा सुरक्षित लगता है.

महाराष्ट्र में शनिवार को बड़ा सियासी उलटफेर हुआ। भाजपा के देवेंद्र फडणवीस ने दोबारा मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली। राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। वहीं, राकांपा नेता और शरद पवार के भतीजे अजित पवार को उपमुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई गई।

राष्ट्रपति शासन शनिवार सुबह 5:47 बजे हटा

महाराष्ट्र में 12 नवंबर को लगा राष्ट्रपति शासन शनिवार सुबह 5:47 बजे हट गया। इसके बाद 8 बजे फडणवीस और पवार ने शपथ ले ली। शिवसेना और राकांपा ने दोपहर में साथ में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। शरद पवार ने कहा कि हमारे किसी विधायक ने भाजपा को समर्थन नहीं दिया है। राजभवन गए राकांपा विधायकों को भी पता नहीं था कि अजित पवार उपमुख्यमंत्री बन जाएंगे।

इसबीच, राकांपा के 9 विधायक रिलायंस के चार्टर्ड प्लेन से गुजरात भेजे गए। कांग्रेस भी विधायकों को अपनी सरकार वाले किसी राज्य में शिफ्ट कर सकती है।

फडणवीस ने कहा- मोदी है तो मुमकिन है

दोबारा सीएम बनने के बाद बीजेपी ऑफिस पहुंचे फडणवीस ने कहा- मोदी है तो मुमकिन है
बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस एक बार फिर से महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बन गए हैं। पद संभालने के बाद बीजेपी ऑफिस पहुंचे फडणवीस ने कहा कि मोदी है तो मुमकिन है।

मैंने पहले ही कहा था क्रिकेट और राजनीति में कुछ भी संभव है: न‍ित‍िन गडकरी

गडकरी ने महाराष्‍ट्र पर कहा क‍ि मैंने पहले ही कहा था कि क्रिकेट और राजनीति में कुछ भी संभव है। अब आप समझ सकते हैं कि मेरे कहने का क्‍या मतलब था। इस बीच बीजेपी ने इस पूरे मामले में आक्रामक रुख अपना रखा है और पूरे घटनाक्रम के लिए शिवसेना को जिम्‍मेदार बताया है।

महाराष्‍ट्र सियासी उलटफेर कर बीजेपी के सत्‍ता में आने के बाद पार्टी के नेताओं के बयानों का दौर जारी है। महाराष्‍ट्र बीजेपी के दिग्‍गज नेता न‍ित‍िन गडकरी ने शनिवार को कहा कि मैंने पहले ही कहा था कि क्रिकेट और राजनीति में कुछ भी संभव है और अब लोग मेरे कहने का मतलब समझ गए होंगे। उधर, बीजेपी ने इस पूरे मामले में आक्रामक रुख अपना रखा है और पूरे घटनाक्रम के लिए शिवसेना को जिम्‍मेदार बताया है।

राजनीतिक समीकरणों ने लोगों को  उलझा दिया है

महाराष्ट्र की राजनीति में शनिवार सुबह जो उलटफेर हुआ है, उससे न सिर्फ राज्य बल्कि देश भी भौंचक्का रह गया। अभी तक शिवसेना और कांग्रेस के साथ बातचीत कर रही एनसीपी के सीनियर नेता अजित पवार के भारतीय जनता पार्टी को समर्थन देकर सरकार बनने से राजनीतिक समीकरणों ने लोगों को तो उलझा ही दिया है, साथ ही अब सबकी नजरें बहुमत के उस जादुई आंकड़े पर टिक गई हैं जिसके कारण पूरी कहानी शुरू हुई। दरअसल, एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने यह साफ कह दिया है कि बीजेपी संग जाने का फैसला भतीजे अजित का निजी है, पार्टी का नहीं। ऐसे में माना जा रहा है कि एनसीपी का एक धड़ा पार्टी से अलग बीजेपी संग चल दिया है।

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