राम जेठमलानी के निधन पर बोलीं ममता बनर्जी, तो वहीँ श्रद्धांजलि देने पहुंचे राजनाथ सिंह

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भारत के मशहूर वकील और पूर्व केन्द्रीय कानून मंत्री रह चुके राम जेठमलानी का आज उनके दिल्ली स्थित आवास में निधन हो गया। जानकारी के मुताबिक 95 वर्षीय जेठमलानी पिछले दो हफ्तों से बीमार चल रहे थे। बता दें कि वह वाजपेयी सरकार में केंद्रीय कानून मंत्री और शहरी विकास मंत्री भी रह चुके थे। वहीं साल 2010 में उन्हें सुप्रीम कोर्ट बार असोसिएशन का अध्यक्ष भी चुना गया था।

ममता बनर्जी ने जताया शोक

इनके निधन पर जहां सबने शोक व्यक्त किया है वही ममता बनर्जी ने दुःख जताया है. जेठमलानी के निधन पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दुख जताया है। ममता ने कहा ,’सम्मानित वकील और पूर्व केंद्रीय मंत्री राम जेठमलानी जी के निधन पर दुख है।जब मैं दिल्ली आती थी तो हम अक्सर मिलते थे। उनके परिवार, दोस्तों और प्रशंसकों के प्रति संवेदना व्यक्त करती हूं।’

काफी दिनों से थी तबियत खराब:

मशहूर वकील राम जेठमलानी का 95 साल की उम्र में दिल्ली स्थिति उनके आवास पर निधन हो गया। उनकी तबीयत पिछले काफी समय से खराब चल रही थी, जिसके बाद आज उनका निधन हो गया। बता दें जेठमलानी अभी जेडीयू से राज्यसभा सांसद थे।

राम जेठमलानी का जन्म 14 सितंबर 1923 को सिंध प्रांत के शिकारपुर में हुआ था, जो कि अब पाकिस्तान का हिस्सा है। इनका पूरा नाम राम बूलचंद जेठमलानी था।

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जेठमलानी के पिता बोलचंद गुरमुख दास जेठमलानी और दादा भी वकील थे। पाकिस्तान बनने के बाद वहां हालात लगातार खराब हो रहे थे। राम जेठमलानी अपने एक दोस्त की सलाह पर मुंबई आ गए थे। यहां उन्होंने रिफ्यूजी कैंप में काफी दिनों तक रहे।

ट्रायल कोर्ट, हाई कोर्ट और फिर सुप्रीम कोर्ट में उन्होंने कई बड़े केस लड़े थे। उनका पहला सबसे चर्चित केस 1959 में आया, जब वे केएम नानावती बनाम महाराष्ट्र राज्य केस में वकील थे।

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