303 सीटों के साथ BJP बनी प्रचंड बहुमत पाने वाली पार्टी, कांग्रेस को भारी नुकसान
लोकसभा चुनाव 2019 के मतदान और मतगणना की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। किसकी जीत-किसकी हार, कितने अंतरों से जीत हुई, किस दल को कितनी सीटें मिली, सब की औपचारिक घोषणा भी कर दी गयी है। ऐसे में एनडीए, जिन्होंने साल 2014 की मोदी लहर में 336 सीटें लाइ थीं, वहीं इस बार 16 सीटों की बढ़ोतरी करते हुए 352 सीट्स पर जीत हासिल की है। वहीं यूपीए की भी 36 सीटों में इजाफा हुआ।
भाजपा ने अकेले ही बना दी बहुमत की सरकार:
भाजपा ने दोबारा लोकसभा चुनाव में जीत का परचम लहराया है। बहुमत से जीतने के लिए 272 सीटों की जरूरत होती है और अकेले भाजपा ने इन चुनावों में 303 सीट पर जीत हासिल की। वहीं एनडीए को 352 सीटें मिली।
यूपीए की बढ़ी 36 सीटें, फिर भी हुआ नुकसान:
दूसरे नम्बर पर यूपीए रही, जिसके खाते में 96 सीटें आयीं। ये आंकड़ा पिछली बार के आंकड़ों से ज्यादा है। साल 2014 में यूपीए की 60 ही सीटें आ सकी थी। इसमें कांग्रेस को 52 सीटें मिली। वहीं तीसरे नम्बर पर कांग्रेस की सहयोगी द्रमुक रही। 2014 में खाता न खोल पाने वाली द्रमुक ने इस बार 23 सीटों पर जीत हासिल की।
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सपा बसपा गठबंधन को मिली 15 सीटें:
इसके अलावा सपा और बसपा ने भी कुल 15 सीटों के साथ गठबंधन को रेस में खींचा। हालाँकि अगर अलग अलग दोनों पार्टियों पर बात करें तो पिछले चुनावों में खाता न खोलने वाली बसपा को इस बार दस सीटों पर कामयाबी मिली वहीं सपा की सीटों की संख्या कम हो गयी और सिर्फ पांच सीटों पर ही जित सकी।
कही हुआ गठबंधन को फायदा तो कही हुआ नुकसान:
बता दें कि यूपी में गठबंधन का नुक्सान सपा को हुआ, तो वहीं बिहार में जदयू को भाजपा के साथ गठबंधन का फायदा हुआ। पिछले साथ अपने दम पर चुनाव लड़कर दो सीटें लाने वाली नितीश कुमार की पार्टी जदयू को इस बार 17 सीटें मिली। फायदा वाईएसआर कांग्रेस को भी हुआ। नौ से बढ़ कर इन चुनावों में सीटों का आंकड़ा 22 पर पहुँच गया।
वहीं बंगाम में ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस को भी इस साल नुकसान हुआ। बंगाल की 42 सीटों में से 34 सीट पर जीतने वाली टीएमसी इस बार 22 सीटों तक सिमट कर रह गयी।
इन पार्टियों का नहीं खुला खाता:
कश्मीर में महबूबा मुफ्ती की पार्टी पीडीपी एक भी सीट नहीं जीत पाई। पिछले चुनाव में पीडीपी ने 6 में से 3 सीट पर जीत हासिल की थी। वहीं बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव की पार्टी राजद इस बार खाता भी नहीं खोल पाई। पिछले चुनाव में राजद को 4 सीटों पर जीत मिली थी।
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