हादसे में मासूमों की मौत पर परिजनों ने नाक रगड़कर की न्याय की मांग

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हिमाचल प्रदेश के नूरपुर में इसी साल अप्रैल में बस के खाई में गिरने से 26 मासूम जिंदगियां खत्म हो गई थीं। इन बच्चों के परिजनों( families) को मुआवजा तो दे दिया गया लेकिन इंसाफ अभी भी दूर है। अपने घर के चिरागों की मौत के कारण की जांच की मांग लेकर जब ये लोग सोमवार को प्रशासन के दरवाजे पर पहुंचे तो देखने वाले आंसू नहीं रोक पाए।

दरअसल, जिला प्रशासन मुख्यालय पर परिजन रेंगते हुए पहुंचे थे। वह सड़क पर अपनी नाक रगड़ रहे थे। उनकी मांग है कि घटना के कारण की जांच सीबीआई से कराई जाए। शहर में कई जगह बैनरों के जरिये मुख्यमंत्री से भी मामले का संज्ञान लेने की अपील की गई है। परिजनों का हाल देख वहां मौजूद लोगों की आंखें भर आईं।

मुआवजा तो मिल गया है लेकिन इंसाफ नहीं

गौरतलब है कि अप्रैल महीने में एक स्कूल बस के खाई में गिरने से 26 बच्चों की मौत हो गई थी। इनमें से ज्यादातर बच्चे 13 साल से भी कम उम्र के थे। कई लोगों ने अपने इकलौते बच्चों को हादसे में खो दिया था। परिजनों ने बताया कि उन्हें राज्य सरकार से मुआवजा तो मिल गया है लेकिन इंसाफ नहीं।

घटना के कारण की जांच सीबीआई से कराई जाए

उन्होंने बताया कि अगर सरकार सीबीआई से मामले की जांच कराएगी तो वे मुआवजे की राशि वापस कर देंगे। दरअसल, जिला प्रशासन मुख्यालय पर परिजन रेंगते हुए पहुंचे थे। वह सड़क पर अपनी नाक रगड़ रहे थे। उनकी मांग है कि घटना के कारण की जांच सीबीआई से कराई जाए। शहर में कई जगह बैनरों के जरिये मुख्यमंत्री से भी मामले का संज्ञान लेने की अपील की गई है। परिजनों का हाल देख वहां मौजूद लोगों की आंखें भर आईं।

कई लोगों ने अपने इकलौते बच्चों को हादसे में खो दिया

गौरतलब है कि अप्रैल महीने में एक स्कूल बस के खाई में गिरने से 26 बच्चों की मौत हो गई थी। इनमें से ज्यादातर बच्चे 13 साल से भी कम उम्र के थे। कई लोगों ने अपने इकलौते बच्चों को हादसे में खो दिया था। परिजनों ने बताया कि उन्हें राज्य सरकार से मुआवजा तो मिल गया है लेकिन इंसाफ नहीं। उन्होंने बताया कि अगर सरकार सीबीआई से मामले की जांच कराएगी तो वे मुआवजे की राशि वापस कर देंगे।साभार

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