सट्टा बाजार में यूपी में ‘कमल’ का भाव तेज, BSP सबसे पीछे
देश के पांच राज्यों में चुनाव हो पूरा चुका है। चुनाव के रिजल्ट 11 मार्च को आएंगे। हालांकि हर तरफ चर्चा है कि बीजेपी देश के सबसे बड़े और राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण राज्य यूपी में जीत दर्ज कर रही है। मुंबई के सट्टा बाजार में भी यही चर्चा है कि यूपी में बीजेपी भारी जीत दर्ज कर रही है। प्राप्त सूचनाओं के मुताबिक सबसे ज्यादा सट्टा भी यूपी में कमल के खिलने पर ही लगा हुआ है।
200 सीट पर एक रुपया 80 पैसे का भाव है
सट्टोरियों की रूचि बाकि राज्यों में कम देखी जा रही है। आइए हम आपको बताते हैं कि सट्टेबाजों के मुताबकि चुनाव में कौन जीत रहा है और किस पार्टी पर कितना पैसा लगा हुआ है। 403 विधानसभा सीटों वाले उत्तर प्रदेश में सरकार बनाने के लिए 202 सीटों की जरूरत है। सटोरियों ने इसके लिए बीजेपी का भाव 160 सीट से खोला है जो 22 पैसे है। इसी तरह 170 सीट पर 42 पैसे, 180 सीट पर 80 पैसे, 190 सीट पर एक रुपया और 200 सीट पर एक रुपया 80 पैसे का भाव है।
ALSO READ : पीएम आज करेंगे मैजेंटा लाइन मेट्रो का उद्घाटन, सीएम योगी भी रहेंगे साथ
इसके आधार पर यह कहा जा सकता है कि सट्टा बाजार भी उत्तर प्रदेश में बीजेपी को पूर्ण बहुमत नहीं दे रहा है। समाजवादी पार्टी और कांग्रेस का भाव 130 सीट से खुला है, जबकि अखिलेश यादव और राहुल गांधी ने जब हाथ मिलाया था तो सपा और कांग्रेस का भाव 220 सीट से खुला था। सपा और कांग्रेस गठजोड़ की 130 सीटों पर भाव 42 पैसे है, 140 सीट पर 80 पैसे, 150 सीट पर 90 पैसे और 160 सीट पर 2.50 रुपये है। सटोरियों के मुताबिक सपा और कांग्रेस गठबंधन को राज्य में 150 सीट से अधिक नहीं मिलने वाला। अगर सट्टेबाजों की मानें तो यूपी में मायावती की स्थिति बहुत खराब है।
जिनके आधार पर बाजार काम करता है
इन्हें नहीं लगता कि बसपा 60 सीट से आगे बढ़ पाएगी। 60 सीटों पर भी उसका भाव 2.50 रुपये खुला है जो बहुत ज्यादा है। सट्टा बाजार में जिसका भाव ज्यादा होता है उसके हारने की उम्मीद उतनी ही ज्यादा होती है। सट्टा उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के अलावा पंजाब, उत्तराखंड और गोवा विधानसभा चुनाव पर भी लगा है। बीजेपी उत्तर प्रदेश के साथ गोवा और उत्तराखंड में भी आगे दिख रही है जबकि पंजाब में आम आदमी पार्टी आगे है। सटोरियों का दावा है कि मतगणना 11 मार्च को है इसलिए 10 मार्च की रात तक भाव में थोड़ा फेरबदल होता रहेगा। सट्टा बाजार का कहना है कि वो टीवी चैनल पर प्रसारित होने वाले एग्जिट पोल्स का विश्वास नहीं करते। उनका अपना एक सिस्टम है और जमीन पर अपने लोग हैं जिनके आधार पर बाजार काम करता है।
(साभार- आजतक)