अगर गाय की हत्या होगी तो लिंचिंग भी होगी : कटियार

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गोरक्षा के नाम पर अलवर में हुई हत्या पर एक से बढ़कर एक विवादित बयान आ रहे हैं। बीजेपी नेता कटियार का कहना है कि मुस्लिम गाय को छूने से पहले कई बार सोचें। यह इस देश के करोड़ों लोगों की भावना का प्रश्न है। कटियार ने कहा कि अगर गाय की हत्या नही रुकेगी तो मॉब लिंचिंग भी नही रुकेगी।

मॉब लिंचिंग को लेकर विवादित बयान दिया है

बीजेपी के फायरब्रांड नेता और पूर्व सांसद विनय कटियार ने मॉब लिंचिंग को लेकर विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि अगर मुसलमानों ने गौ हत्या करना बंद नहीं की तो मॉब लिंचिंग की घटनाएं बढ़ती ही जाएंगी।

उन्होंने कहा कि गौ हत्या को लेकर गाय की पूजा करने वाले लोग जागरूक होते जा रहे हैं, इसलिए मुसलमानों को अब लोगों की भावनाओं को समझना होगा। उन्होंने साफ़ तौर पर कहा है कि अगर गौ हत्या नहीं रुकी तो मॉब लिंचिंग भी नहीं रुकेगी।

वहीं राजस्थान के बीजेपी विधायक ज्ञानदेव अहूजा ने राजस्थान पुलिस पर सवाल खड़े किए हैं, उन्होंने कहा कि उनके समर्थकों ने रकबर खान को दो- चार थप्पड़ मारकर पुलिस को सौंप दिया था, उसके बाद पुलिस ने क्या किया वे नहीं जानते।

लोकप्रियता बढ़ेगी इस तरह घटनाएं होंगी

इससे पहले अलवर मे गोरक्षा के नाम हुई हत्या पर बयान देते हुए केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने विवादित बयान देते हुए कहा था कि जैसे-जैसे प्रधानमंत्री मोदी की लोकप्रियता बढ़ेगी इस तरह घटनाएं होंगी।

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इंडिया टुडे से बातचीत मे बीजेपी के फायरब्रांड नेता विनय कटियार ने अलवर में हुई घटना की निंदा करते हुए कहा कि मुस्लिम समुदाय को गाय को हाथ लगाने से पहले सोचना चाहिए क्योंकि पूरा हिंदू समाज इस मामले को लेकर एग्रेसिव हो गया है। बहुत से मुस्लिम हैं जो गायों को पालते भी हैं और काटते भी हैं।

संसद को बाधित करने का एक मौका मिल गया है

कटियार का कहना है कि मॉब लिंचिंग की घटनाओं को रोकने के लिए अलग से कानून की जरूरत है और विपक्षी दलों को इसकी वजह से संसद को बाधित करने का एक मौका मिल गया है।

वहीं अलवर की घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए राजस्थान के रामगढ़ से बीजेपी विधायक ज्ञानदेव अहूजा ने राजस्थान पुलिस को कटघरे में खड़ा कर दिया है। उनका कहना है कि उनके समर्थकों ने ही रकबर खान को दो-चार थप्पड़ मारकर पुलिस को सौंप दिया था। इसके बाद पुलिस ने उसके साथ क्या किया इस बारे मे वे नहीं जानते।

क्या रकबर को पुलिस ने मारा ?

एफआईआर और खबरों के मुताबिक पुलिस को करीब 12.40 बजे रकबर की सूचना मिली, लेकिन पुलिस ने पुलिस करीब 4 बजे रकबर को अस्पताल पहुंचाया। सबसे बड़ी बात घटनास्थल से अस्पताल महज 6 किलोमीटर था। ऐसे में पुलिस को करीब चार घंटे कैसे लग गए।

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