मृतक सिपाही ने लगाया था आरोप, SHO के बचाव में उतरे बड़े अफसर

खतौली इंस्पेक्टर ने की थी सिपाही की बेइज्जती

0

वीडियो वायरल होने के बाद कांस्टेबल विजय गोंड की आत्महत्या का मामला तूल पकड़ गया है। आत्महत्या से पहले बनाए गए वीडियो में सिपाही ने अपनी पत्नी और ससुराल पक्ष पर आरोप लगाया था।

इसके अतिरिक्त वीडियो में सिपाही ने खतौनी इंस्पेक्टर पर बेइज्जत करने का भी आरोप लगाया है। खुद को बचाने के लिए खतौली इंस्पेक्टर सिपाही के ससुर और साले को थाने में छोड़ गया। गंगानगर पुलिस ने वीडियो को आधार बनाकर दोनों की गिरफ्तारी कर ली, लेकिन केस में इंस्पेक्टर का जिक्र भी नहीं किया।

खतौली इंस्पेक्टर ने की थी सिपाही की बेइज्जती

आपको बता दें कि मेरठ के गंगानगर थाने में तैनात सिपाही विजय गोंड ने गत 11 मई को खुदकशी कर ली थी। वीडियो के आधार पर गंगापुर पुलिस ने आत्महत्या के लिए उकसाने का मुकदमा दर्ज कर पत्नी वंदना, ससुर शंभू राम एवं साले आशुतोष को आरोपित बनाया। सिपाही की ससुराल खतौली में है। आरोप है कि ससुराल पक्ष की शिकायत पर खतौली पुलिस ने सिपाही की बेइज्जती की थी।

वहीं सिपाही के आत्महत्या के मामले की जांच की जा रही थी कि आत्महत्या से पहले सिपाही का बनाया गया वीडियो वायरल हो गया। वीडियो में सिपाही ने खतौली थाने में हुई बेइज्जती की वजह से जान देने की बात कही थी।

यह भी पढ़ें: फिर मजदूरों का खून बहा सड़कों पर, बिहार में 9 प्रवासी हादसे में मारे गये

केस में खतौली इंस्पेक्टर का पुलिस ने नहीं किया जिक्र

सिपाही ने इंस्पेक्टर खतौली संतोष त्यागी पर भी आरोप लगाए हैं कि सोमवार को इंस्पेक्टर खतौली सिपाही के ससुर शंभू और साले आशुतोष को पकड़कर गंगानगर थाना पुलिस को सौंपा। पुलिस ने वीडियो को विवचेना का हिस्सा बनाया और आशुतोष और शंभू की गिरफ्तारी कर ली। पुलिस ने मामले में इंस्पेक्टर संतोष त्यागी के नाम का जिक्र नहीं किया।

अफसरों से विमर्श करके ही खतौली इंस्पेक्टर को बनाया जाएगा आरोपी

वहीं गंगानगर इंस्पेक्टर ब्रिजेश शर्मा का कहना है कि अफसरों से विमर्श कर ही इंस्पेक्टर को आरोपी बनाया जाएगा। वीडियो को विवेचना का हिस्सा बनाकर सिपाही के ससुर और साले को गिरफ्तार कर लिया गया है।

यह भी पढ़ें: यूपी : प्रवासी मजदूरों के​ लिए अन्य राज्यों को योगी की Permission जरूरी

अफसर कर रहे इंस्पेक्टर की पैरवी!

मीडिया में दिए गए बयान के मुताबिक, सिपाही की आत्महत्या के बावजूद विभाग के अफसर इंस्पेक्टर की पैरवी में लगे हैं। बयान दिया जा रहा है कि इंस्पेक्टर के खिलाफ शासन को रिपोर्ट भेज दी जाएगी। अधिकारी मामले में निष्पक्ष निगरानी नहीं कर रहे हैं।

वहीं एसएसपी अजय साहनी का कहना है कि सीओ और एसपी देहात पूरे मामले की निगरानी कर रहे हैं। सिपाही की आत्महत्या में दोषी पाए जाने वाले हर शख्स पर कार्रवाई की जाएगी। जांच में वीडियो सही पाए जाने पर सभी के नाम शामिल किए जाएंगे।

(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें। आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं। अगर आप हेलो एप्पडेलीहंट या शेयरचैट इस्तेमाल करते हैं तो हमसे जुड़ें।)

Leave A Reply

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. AcceptRead More