डेस्कटॉप, मोबाइल के लिए वीडियो चैप्टर फीचर लेकर आया यूट्यूब

क्रिएटर्स को सामग्री व्यवस्थित करने में भी सक्षम बनाएगी

0
सैन फ्रांसिस्को : यूट्यूब ने अपने यूजर्स Users को डेस्कटॉप, मोबाइल या टैबलेट पर उन भागों पर ध्यान केंद्रित करने में मदद करने के उद्देश्य से अपने वीडियो चैप्टर फीचर्स को शुरू कर दिया है, जो उनके लिए सबसे अधिक महत्वपूर्ण है।

व्यवस्थित करने में सक्षम

यह सुविधा Users (रचनाकारों) को अपनी सामग्री (कंटेट) को बेहतर ढंग से व्यवस्थित करने में भी सक्षम बनाएगी। इस फीचर से विशेष रूप से लंबे वीडियो के लिए बहुत मदद की उम्मीद है।

चैप्टर्स द्वारा आयोजित ऐसे वीडियो के साथ, एक पुस्तक की तरह, Users कुछ अंशों या भागों को छोड़ने में सक्षम होंगे, जो उन्हें अप्रासंगिक लग सकते हैं।

आधिकारिक तौर पर है

Users के लिए यूट्यूब ट्विटर हैंडल ने गुरुवार को कहा, वीडियो चैप्टर की सुविधा आधिकारिक तौर पर यहां है।

कंपनी ने कहा, जब चैप्टर सक्षम (इनेबल) होते हैं, तो Users अधिक वीडियो देखते हैं और औसतन अधिक बार वापस आते हैं।

वीडियो प्रोग्रेस को इंगित करेगा

द वर्ज की रिपोर्ट में बताया गया है कि वीडियो चैप्टर फीचर को यूट्यूब ने अप्रैल में लॉन्च किया था।

डेस्कटॉप पर यूट्यूब Users को पता होगा कि वे जो वीडियो देख रहे हैं, अगर उसके चैप्टर्स हैं तो जब वे बार पर माउस घुमाएंगे तो यह वीडियो प्रोग्रेस को इंगित करेगा।

कंप्यूटर तेज करेगा यह वायरस

क्या आप वायरस का नाम सुनते ही डर जाते हैं, आप सोचते हैं कि वायरस मतलब कंप्यूटर की बर्बादी। लेकिन हम जिस वायरस के बारे में आपको बताने जा रहे हैं, वो ऐसा नहीं है। वैज्ञानिकों ने कंप्यूटर में बेहतर तरीके की मेमोरी को डिजाइन करने और उसे व्यावहारिक बनाने के लिए एक वायरस की खोज की है। यह वायरस कंप्यूटर की गति और काम करने की दक्षता को बढ़ा देगा।

एक शोध में पाया गया कि तेज गति से चलने वाले कंप्यूटर बनाने का एक अच्छा तरीका हो सकता है। इसमें वायरस एम13 जीवाणुभोजी का इस्तेमाल कर मिली सेकेंड समय की देरी को घटा सकते हैं। यह वायरस ई-कोलाई जीवाणु को संक्रमित करता है। समय में होने वाली यह देरी अक्सर पारंपरिक रेंडम एक्सेस मेमोरी (रैम) चिप और हार्ड ड्राइव के बीच सूचनाओं के स्थानांतरण और उसके संग्रहण से होती है।

रैम चिप तेज होती है

सिंगापुर यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी एंड डिजाइन (एसयूटीडी) के शोधकर्ताओं का कहना है कि रैम चिप तेज तो होती है, लेकिन यह महंगी और अस्थिर होती है मतलब सूचनाओं को बरकरार रखने के लिए इसे बहुत ऊर्जा की जरूरत होती है।

यह भी पढ़ें: जल्द शुरू हो सकती हैं दिल्ली मेट्रो सेवाएं : DMRC के ट्वीट से मिले संकेत

यह भी पढ़ें: मेट्रो, बस और कैब हो रहे चालू? इन बातों का रखना होगा ख्याल

[better-ads type=”banner” banner=”104009″ campaign=”none” count=”2″ columns=”1″ orderby=”rand” order=”ASC” align=”center” show-caption=”1″][/better-ads]

(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें। आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं। अगर आप हेलो एप्पडेलीहंट या शेयरचैट इस्तेमाल करते हैं तो हमसे जुड़ें।)

Leave A Reply

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. AcceptRead More