देखें वीडियो : काशी में देव दीपावली पर उतरी देवलोक की छवि

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गंगा तट पर हजारों टिमटिमाते दीये माँ गंगा की अद्भुत झांकी और गंगा तट पर महाआरती ,कुछ ऐसा ही नजारा होगा दशाश्वमेध घाट पर काशी में गंगा आरती शुरू करने वाली संस्था गंगोत्री सेवा समिति द्वारा आयोजित देव दीपावली महोत्सव का जो कर्तव्यवेदी पर सर्वोच्य बलिदान देने वाले पुलिस और पीएसी जवानों के नाम रही। जहां एक ओर 21 बटुकों द्वारा गंगा की भव्य महाआरती की गई तो वही रिध्दि सिद्धि के रूप में 42 कन्यायें चंवर डुलाकर मां गंगा की आराधना की जो आये सैलानियों के आकर्षण का केन्द्र बना रहा । आयोजन में मुख्य अतिथि महिला कल्याण ,परिवार कल्याण और पर्यटन मंत्री रीता बहुगुणा एवं सम्मानित अतिथि ओ पी श्रीवास्तव उपप्रबन्धक कार्यकर्त्ता सहारा इंडिया परिवार एवं अवधेश सिंह विधायक पिंडरा सहित आधा दर्जन लोगों ने शिरकत की ।

काशी की देव दीपावली यानि सुरसरि के तट पर उतरी देवलोक की छवि निराली। कार्तिक पूर्णिमा पर दशाश्वमेध घाट पर गंगोत्री सेवा समिति द्वारा आयोजित देवदीपावली महोत्सव 2017 में गंगा तट पर झिलमिल सितारों का आकाश दिखाई दिया। अबकी साल 5100 दीपो से गंगा घाट पर जगमग हो रहे हैं।
तो कलकत्ता के निपुण कारीगर से विशेष फूलों द्वारा माँ गंगा के अष्ट धातु की प्रतिमा को अलौकिक रूप दिया गया है। आयोजन में चार चाँद लगाने के लिए गंगा की गोद में तैरते 100 फीट लंबे और 35 फीट चौड़े मंच को भी विशेष फूलो और एलईडी लाइट द्वारा भव्य रूप दिया गया है।

संस्थापक अध्यक्ष पं किशोरी रमण दुबे (बाबू महराज ) ने बताया कि आयोजन की शुरुआत माँ गंगा के विशेष पूजन में 108 लीटर दूध से दुग्धाभिषेक कर षोडषोचार विधि से गंगा का पूजन किया किया गया।जिसके बाद गंगा की लहरों पर बने मुख्य मंच से गंगा तट पर उपस्थित श्रद्धालुओं और विशाल जनसमूह से गंगा को अविरल एवं स्वच्छ रखने और भ्रूण ह्त्या न करने की शपथ दिलाई गई। शपथोरान्त माँ गंगा की भव्य महाआरती गंगोत्री सेवा समिति के संस्थापक पं किशोरी रमण दुबे बाबू महाराज के आचार्यात्व में पं. सीताराम पाठक के निर्देशन में शुरु हुई।जिसके बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम का आगाज हो रहा है।

ये हैं आकर्षण के केंद्र
आयोजन में मुख्य अतिथि महिला कल्याण ,परिवार कल्याण और पर्यटन मंत्री रीता बहुगुणा एवं सम्मानित अतिथि ओ पी श्रीवास्तव उपप्रबन्धक कार्यकर्त्ता सहारा इंडिया परिवार सहित आधा दर्जन गणमान्य जन की उपस्थिति में महापूजन और महाआरती सम्पन हुई। इस वर्ष सांस्कृतिक कार्यक्रम में गायिका संगीता कट्टी कुलकर्णी और गायक विजय शंकर वशिष्ठ होगें विशेष आकर्षण साउथ इंडिया की स्वर कोकिला संगीता कट्टी कुलकर्णी होंगी जिन्हे कर्नाटक राज्य के संगीत की दुनिया की सबसे बड़ा सम्मान प्राप्त है। चार साल के उम्र में संगीतकार नौशाद ने वंडर ऑफ़ म्यूजिक के नाम से पहचान दिया था ये दुनिया के कई देशों में अपनी सुर साधना कर अपनी गायिकी का लोहा मनवा चुकी हैं।
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इन संस्थाओं और छात्रों के सहयोग से हो रहा है कार्यक्रम
कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए स्कूली छात्रों के साथ सहयोगी संस्थाओं के 100 से अधिक कार्यकर्ता ने इसमें सहयोग किया। जो भीड़ को नियंत्रित करने के साथ ही भक्तो के सहूलियत को ध्यान में रखते हुए घाट के रास्ते को सुगम बनाने में सहयोग कर रहे हैं। घाट पर LED और प्लाजमा टीवी भी लगाये गए हैं ताकि भीड़ एक जगह इकट्ठा न हो पाए और अपने स्थान से ही सभी आयोजनों को देख सके ।

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