एक ऐसा गांव, जहां मां-बाप करवाते हैं लड़कियों से वेश्यावृत्ति

0

भारत में वेश्यावृत्ति(prostitution) गैरकानूनी है। सरकारों ने वक्त-वक्त पर इसे खत्म करने के लिए कई कार्यक्रम चलाए। दुख की बात ये है कि देश के कुछ हिस्सों में आज भी यह काम सिर्फ परंपरा के नाम पर अंजाम दिया जा रहा है। यहां बात मध्य प्रदेश के नीमच-मंदसौर और रतलाम जिलों की। इस क्षेत्र में बांछड़ा समुदाय कई साल से वेश्यावृति(prostitution) का धंधा कर रहा है। हैरानी की बात ये है कि इस समुदाय के लोगों के लिए यह घृणित परंपरा इतनी आम है कि वो लड़कियों को इस धंधे में उतारने में बिलकुल नहीं हिचकिचाते।

मां-बाप खुद करवाते हैं जिस्मफरोशी का धंधा

दरअसल, बांछड़ा समुदाय में आजीविका चलाने का प्रमुख साधन ही वेश्यावृति(prostitution) है। यहां लड़कियों के जन्म पर खुशियां मनाई जाती है क्योंकि उनके लिए यही आगे चलकर घर चलाने का जरिया बन जाती हैं। इस समुदाय के पुरुष महिलाओं से वेश्यावृति(prostitution) कराने को जायज़ मानते हैं और पीढ़ी दर पीढ़ी,ये प्रथा चली आ रही है।

Also Read : सनी लियोन ने शादी की 10वीं सालगिरह पर फैन्स को दिया ये तोहफा

भाई-पिता लाते हैं कस्टमर

मां-बाप के द्वारा 12 से 14 साल की होने पर लड़कियों को इस धंधे में धकेल दिया जाता है। यहां तक कि लड़कियों के भाई-पिता उनके लिए कस्टमर लेकर आते हैं। घरों में बाकायदा सिर्फ इसी के लिए एक कमरा रखा जाता है।

75 गांवों में घृणित कारोबार

बांछड़ा समुदाय नीमच-मंदसौर, रतलाम के तकरीबन 75 गांवों में फैली हुई है। इस समुदाय के लगभग 23,000 लोग यहां रहते हैं जिनमें से 65 प्रतिशत महिलाएं हैं। नीमच-मंदसौर हाइवे पर चारपाई पर चमकीले कपड़ों में सजी-धजी और भड़कीला मेकअप किए हुए कई लड़कियां ग्राहकों के इंतजार में बैठी दिख जाती हैं। इनके ज्यादातर कस्टमर ट्रक ड्राइवर या दूसरे गांवों के पुरुष होते हैं। इनसे जो कमाई होती है, उसी से इन महिलाओं के घर चलते हैं।

भास्कर

(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें। आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं।)

Leave A Reply

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. AcceptRead More