2019 में ‘गुरु चेले’ की नींद उड़ाएगा ये गठबंधन : मायावती

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उत्तर प्रदेश में भले ही जनवरी की कड़कड़ाती ठंड है, लेकिन आज राजनीतिक सरगर्मियों ने यूपी की सियासत का मौसम गर्म कर दिया। पहली बार सपा अध्यक्ष अखिलेश और बसपा सुप्रीमो मायावती ने राजधानी लखनऊ के ताज होटल में एक साथ प्रेसवार्ता की।

मायावती ने अपने बयान की शुरुआत में ही मोदी और शाह पर हमलावर रवैया अपनाते हुए कहा कि यह गठबंधन गुरु और चेले की नींद अब उड़ने वाली है। मायावती ने कहा कि प्रदेश की जनता भाजपा सरकार से परेशान है। 2019 के लिए यह नई राजनीतिक क्रांति होगी।

सपा-बसपा गठबंधन ‘गुरु-चेले’ की नींद उड़ाने वाला
-पहली बार सपा अध्यक्ष अखिलेश और बसपा सुप्रीमो मायावती ने एक साथ प्रेसवार्ता की
-बसपा तो कांग्रेस पर हमलावर पर अखिलेश नहीं
– सपा-बसपा ने इसे 2019 के लिए नई राजनीतिक क्रांति बताया
– सपा और बसपा की बीच 38-38 सीटों पर गठबंधन
– कांग्रेस बोफोर्स मामले में गई, अब राफेल मसले पर बीजेपी जायेगी
-अस्पताल में इलाज से पहले उनकी जाति पूछी जा रही है

बराबर की सीटें हुईं तय

समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के बीच बराबर की सीटों पर गठबंधन तय हुआ है। सपा और बसपा की बीच 38-38 सीटों पर गठबंधन हुआ है।
मायावती ने कहा कि देश की बेहतरी के लिए हम एक साथ आये हैं। जनविरोधी पार्टी को रोकने के लिए हम एक साथ आये हैं। उपचुनाव में इसकी शुरुआत हो चुकी थी।
‘हमें पूरा भरोसा है कि बीजेपी को जिस तरह हमने उपचुनाव में हराया है उसी तरह हम लोकसभा चुनाव में बीजेपी को हराएंगे।’

कांग्रेस और भाजपा एक थाली के चट्टे-बट्टे

मायावती ने कहा कि कांग्रेस राज में देश की जनता बहुत परेशान रही है। भाजपा और कांग्रेस दोनों सरकारों में घोटाले हुए हैं। आज़ादी के बाद कांग्रेस ने राज किया है। इनके राज में अपराध बढ़ा है। मायावती ने कहा कि सपा और बसपा ने कांग्रेस को गठबंधन में शामिल क्यों नहीं किया गया, लोग ये जनना चाहते हैं। कहा कि भाजपा और कांग्रेस की कार्यशैली और नीतियां एक जैसी हैं। कहा कि देश में ज्यादातर कांग्रेस पार्टी ने ही राज किया है।

उनके शासनकाल में देश में गरीबी बेरोजगारी व भ्रष्टाचार आदि भी सबसे ज्यादा बढ़ा है जिसके बाद ही सपा-बसपा आदि का गठन हुआ, केंद्र में चाहे सत्ता कांग्रेस या बीजेपी एंड कंपनी के पास रही हो इन सब की कार्यशैली और सोच नीतियां एक जैसी नजर आती है। देश में रक्षा सौदों जैसे खरीद-फरोख्त मामले में दोनों ही पार्टियों में भ्रष्टाचार रहा है इसके लिए पूर्व में कांग्रेस को अपनी बोफोर्स मामले में सरकार गंवानी पड़ी थी। वहीं अब राफेल मसले पर बीजेपी घिरी हुई है, भाजपा का एजेंडा है कि विशेषकर व अपने विरोधियों को कमजोर करे। पूर्व में लगी इमरजेंसी जैसे हालात आज भी मौजूद है और उस समय घोषित इमरजेंसी थी और इस वक्त बीजेपी के राज में अघोषित इमरजेंसी है।

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वहीं सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि पूरे देश में अराजकता का माहौल है। भाजपा के खिलाफ हुंकार भरते हुए अखिलेश ने कहा कि अगर मेरी आवाज़ बीजेपी के नेताओं तक जा रही है तो सुन ले उनके भय से मुक्त करने और बीजेपी का सफ़ाया करने के लिए हमने संकल्प लिया है जिस दिन भाजपा के नेता ने बीएसपी सुप्रीमो मायावती पर अशोभनीय टिप्पणी की थी, भाजपा ने उस नेता को इनाम से नवाजा था, इतना ही नहीं उसे बड़े बड़े पद दिए थे, उसी दिन से हमने साथ आने का मन बनाया था।

मायावती का अपमान मेरा अपमान

अखिलेश यादव ने कहा कि मायावती का अपमान मेरा अपमान है। समाज के हर वर्ग पर सरकार ने अत्याचार किया है देश और समाज को एक सूत्र में बांधने की बजाय लोगों में भाईचारा बढ़ाने की बजाए लोगों को बांटने का काम किया है यहां तक कि भगवान राम को भी दुखी कर दिया है। अस्पताल में इलाज से पहले उनकी जाति पूछी जा रही है एक्सीडेंट में लोगों को इलाज देने से पहले जाति पूछी जा रही है। असल मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए भाजपा देश में धार्मिक उन्माद फैलाकर भय और आतंक का राज करना चाहती है। प्रदेश की बहू-बेटियों की इज्जत को सरेआम नीलाम किया जा रहा है।
रालोद को रखा गया बाहर

जहां एक तरफ बसपा ने कांग्रेस का जिक्र तो किया लेकिन गठबंधन में शामिल नहीं किया। वो अलग बात है कि सपा बसपा ने काग्रेस के लिए अमेठी और रायबरेली सीटों को छोड़ दिया है। वहीं रालोद को न हो प्रेस कॉन्फ्रेस में शामिल किया गया और न ही किसी प्रकार का जिक्र किया गया।

जबकि शुक्रवार को राष्ट्रीय लोक दल अध्यक्ष अजीत सिंह ने कहा था कि अखिलेश यादव के साथ बात चीत हुई थी। हम गठबंधन में शामिल हैं। जहां एक तरफ सपा और बसपा की आज होने वाली प्रेस कॉन्फ्रेंस की जानकरी जंगल में आग की तरह फैली थी तो वहीं गठबंधन में शामिल राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष अजीत सिंह को प्रेस कॉन्फ्रेस की कोई जानकारी नहीं थी। उन्होंने साफ कहा था कि मेरी अखिलेश से गठबंधन को लेकर बात हुई थी लेकिन सीटों के बारे में कोई बात नहीं हुई है।

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