QS Ranking में BHU-AMU को झटका, टॉप 200 में भारत के सिर्फ तीन संस्थान!

Top-1000 में JNU पहली बार शामिल, BHU-AMU बाहर, टॉप 20 में एशिया की सिर्फ चार यूनिवर्सिटी को मिली जगह

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BHU और AMU को क्यूएस रैंकिंग (QS Ranking) में तगड़ा झटका लगा है. दुनिया के शीर्ष 1000 विश्वविद्यालयों में शामिल भारत के 22 संस्थानों में से चार की रैंकिंग में पिछले 12 महीनों के दौरान गिरावट आई.

सौ में से सौ हासिल कर आईआईएससी (IISC) दुनिया की टॉप रिसर्च यूनिवर्सिटी लिस्ट में बनी हुई है.

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आपको बता दें क्वाक्वेरेली साइमंड (Quacquarelli Symonds/QS/क्यूएस) वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग (World University Rankings/WUR/डब्ल्यूयूआर) यानी विश्व विश्वविद्यालय रैंकिंग या क्यूएस रैंकिंग (QS Ranking) जारी करता है.

इस रैंकिंग में भारत की स्थिति में लगातार पांचवे साल दुनिया की टॉप टू हंड्रेड (200) यूनिवर्सिटीज पोजीशन में बदलाव नहीं दिखा. जवाहर लाल यूनिवर्सिटी (जेएनयू/JNU), पांडिचेरी यूनिवर्सिटी, आईआईटी भुबनेश्वर और शिक्षा ‘ओ’ अनुसंधान पहली बार इस सूची में दर्ज हुए.

QS Ranking में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू/AMU), बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (बीएचयू/BHU) एवं अमृता विश्व विद्यापीठम टॉप-1000 फेहरिस्त से बाहर हो गए हैं. इन यूनिवर्सिटीज को टॉप 1001 से 1200 के बीच स्थान दिया गया है.

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टॉप टू हंड्रेड में भारत

सूची की टॉप टू हंड्रेड (200) लिस्ट में भारत के तीन शिक्षण संस्थानों को स्थान मिला है. इसमें IIT- Bombay (मुंबई/Mumbai), IIT-Delhi (दिल्ली) और बेंगलूरु के इंडियन इन्स्टीट्यूट ऑफ साइंस (Indian Institute of Science/IISc) को शामिल किया गया है.

इनके अलावा कोई और भारतीय संस्थान टॉप-200 में जगह नहीं बना पाया. क्यूएस की डब्ल्यूयूआर में भारत के शिक्षण संस्थानों की यह स्थिति 2017 से लगातार बनी हुई है.

टॉप वन थाउजन रैंकिंग

विश्व विश्वविद्यालय रैंकिंग में टॉप-वन थाउजन (1000) शिक्षण संस्थानों के मामले में भारत की स्थिति में कोई खास बदलाव नजर नहीं आया. नवीन क्यूएस रैंकिंग (QS Ranking) में टॉप-1000 यूनिवर्सिटी की कैटेगरी में 21 भारतीय संस्थान शामिल किए गए हैं. संख्या के मान से इनमें भी गिरावट दिखी.

आपको बता दें इस लिस्ट में वर्ष 2020 में 23 जबकि साल 2019 में 24 वहीं ईयर 2018 के दौरान 20 इन्स्टीट्यूट शामिल थे.

सुधार तो हुआ लेकिन…

क्वाक्वेरेली साइमंड रैंकिंग के अनुसार भारतीय विश्वविद्यालयों की अकादमिक साख और शोध प्रभाव में सुधार हुआ है. हालांकि क्यूएस रैंकिंग (QS Ranking) के मुताबिक शिक्षण क्षमता (Teaching Capacity) में अभी और सुधार की दरकार है.

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आपको जानकर अचरज होगा कि कभी दुनिया में ज्ञानार्जन का केंद्र रहे भारत के संस्थान; फैकल्टी-स्टूडेंट रेशियो (Faculty-Student Ratio) में फिसड्डी साबित हुए. संकाय-छात्र अनुपात के मामले में कोई भी संस्थान टॉप 250 में शामिल नहीं हो पाया.

22 में से चार की रैंकिंग गिरी

गिरावट की कड़ी में दुनिया के टॉप वन थाउजन में शामिल कुल 22 भारतीय संस्थानों में से चार की क्यूएस रैंकिंग (QS Ranking) गिरी है. बीते एक साल के दौरान इनमें गिरावट दर्ज हुई.

इनकी रैंकिंग गिरी

आईआईटी बाम्बे, आईआईएससी, आईआईटी रुड़की और ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी वो प्रमुख नाम हैं जिनकी रैंकिंग में गिरावट हुई. गौरतलब है कि; पिछले साल 14 संस्थानों की रैंकिंग में गिरावट जबकि सिर्फ चार की रैंकिंग में सुधार हुआ था.

इनकी रैंकिंग में सुधार

आईआईटी दिल्ली, आईआईटी मद्रास, आईआईटी कानपुर, आईआईटी खड़गपुर, आईआईटी गुवाहाटी, आईआईटी हैदराबाद और सावित्रीबाई फुले पुणे यूनिवर्सिटी की रैंकिंग सुधरी है. देश के कुल सात संस्थानों की रैंकिंग में सुधार देखा गया है.

जवाहर लाल यूनिवर्सिटी (जेएनयू/JNU), पांडिचेरी यूनिवर्सिटी, आईआईटी भुबनेश्वर और शिक्षा ‘ओ’ अनुसंधान पहली बार टॉप वन थाउजन लिस्ट में जगह बना पाए हैं.

गिरावट फिर भी अव्वल

रैंकिंग में आईआईटी बॉम्बे का बेहतर प्रदर्शन लगातार जारी है. ताजा रैंकिंग में भी यह भारत का सबसे बेहतर उच्च शिक्षा संस्थान बना. इसे क्यूएस रैंकिंग में 177वां दर्जा मिला है.

पिछले साल की तुलना में संस्थान की इस क्यूएस रैंकिंग (QS Ranking) में 5 स्थान की गिरावट हुई है. सूची में आईआईटी दिल्ली 193 से 185वें स्थान पर जा पहुंचा वहीं आईआईएससी 186वें स्थान पर रहा.

आपको बता दें, आईआईएससी दुनिया की टॉप रिसर्च यूनिवर्सिटी बनी हुई है. इसने क्यूएस रैंकिंग (QS Ranking) में 100 में से 100 का स्कोर हासिल किया.

MIT का जलवा बरकरार

वैश्विक स्तर की क्यूएस रैंकिंग (QS Ranking) में एमआईटी का लगातार 10वें वर्ष सबसे बेहतर यूनिवर्सिटी का जलवा बरकरार रहा. ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी को दूसरा, जबकि स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी एवं कैंब्रिज यूनिवर्सिटी को संयुक्त रूप से तीसरा स्थान मिला.

क्यूएस रैंकिंग के बारे में अधिक जानने लिंक पर क्लिक/टच करें – https://www.qs.com/rankings/

टॉप 20 लिस्ट में एशिया से मात्र सिंगापुर की नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ सिंगापुर व नान्यांग टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी एवं चीन की शिंघुआ यूनिवर्सिटी के साथ पेकिंग यूनिवर्सिटी ही रैंकिंग में स्थान बना पाए.

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