‘सचिन-रेखा को राज्यसभा से करो आउट’

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राज्यसभा में हिन्दू देवी- देवताओं पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले समाजवादी पार्टी के सांसद नरेश अग्रवाल ने एक बार फिर सदन में जहर उगला है। हालांकि नरेश अग्रवाल ने इस बार कोई सांप्रदायिक बयान ना  देते हुए मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर और सिने तारिका रेखा को राज्यसभा से निकाले जाने की मांग की है।

सचिन-रेखा को राज्यसभा से निकाला जाए- नरेश अग्रवाल

राज्यसभा में सचिन तेंडुलकर और एक्ट्रेस रेखा की गैरहाजिरी का मुद्दा उठाते हुए समाजवादी पार्टी के सांसद नरेश अग्रवाल ने डिप्टी चेयरमैन से इन दोनों के मामले में व्यवस्था देने की मांग की। अग्रवाल ने कहा- अगर विजय माल्या को राज्यसभा से निकाला जा सकता है तो इन दोनों को क्यों नहीं। आपको बता दें कि नरेश अग्रवाल ने मार्च में इन दोनों सांसदों की सदन में गैरहाजिरी का मुद्दा उठाया था।

इस सत्र में सचिन- रेखा एक बार भी संसद नहीं आए- नरेश

सचिन और रेखा की गैरहाजिरी पर नरेश अग्रवाल ने सदन में कहा कि राज्यसभा में 12 मनोनीत सदस्य होते हैं। सचिन और रेखा इनमें से एक हैं। लेकिन ये दोनों इस सत्र में अबतक एक भी बार संसद नहीं आए हैं। जबकि ये दोनों लोग विज्ञापनों में काम कर रहे हैं। अगर सदन से विजय माल्या को निकाला जा सकता है तो इन दोनों सदस्यों पर कार्रवाई क्यों नहीं ।

सचिन और रेखा ने छुट्टी ली है- कुरियन

वहीं नरेश अग्रवाल की टिप्पणी पर कुरियन ने कहा कि इन दोनों ने छुट्टी ली है। हालांकि, उन्होंने ये भी कहा कि ये सदन चाहता है कि सभी सदस्य हर दिन मौजूद रहें। तेंडुलकर और रेखा के अलावा दूसरे नॉमिनेटेड मेंबर्स में अनु अागा, संभाजी छत्रपति, स्वपन दासगुप्ता, रूपा गांगुली, नरेंद्र जाधव, एमसी मैरीकॉम, के. पारासरन, गोपी सुरेश, सुब्रमण्यम स्वामी और केटीएस तुलसी शामिल हैं।

सचिन बतौर सांसद दो गांवों को ले चुके हैं गोद

आपको बता दें कि बतौर राज्यसभा सांसद सचिन तेंदुलकर ने दो गांवों को गोद लिया। फरवरी में सचिन तेंदुलकर ने महाराष्ट्र के दोंजा गांव को गोद लिया है। सांसद आदर्श ग्राम योजना के तहत इस गांव का विकास किया जाएगा। सचिन ने इस गांव में नए स्कूल, वाटर सप्लाई, कंक्रीट रोड, सीवेज लाइन के लिए 4 करोड़ रुपए से ज्यादा MPLAD फंड से दिया। इससे पहले सचिन ने आंध्र प्रदेश का पुत्तमराजु कांदरीगा गांव गोद लिया था।

348 दिन की कार्यवाही में सचिन 23 दिन रहे उपस्थित

सचिन 2012 में राज्यसभा के सदस्य मनोनित हुए थे। अप्रैल 2017 तक 348 दिनों सिर्फ 23 दिन सचिन हाजिर रहे। वहीं रेखा इस दौरान यानि की 348 दिन में 18 दिन ही राज्यसभा में दिखीं। रेखा की खास बात ये है किसी भी सत्र में एक दिन से ज्यादा हाजिर नहीं रही हैं। वहीं सैलरी के तौर पर रेखा को 65 लाख रुपए तो सचिन को 58.8 लाख रुपए दिए गए हैं।

 

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