#UPInvestorsSummit : साहब, 50 हजार रोजगार बाद में देना, पहले इनको तो बख्श दो
वैसे तो चारों और इन्वेस्टर्स समिट की चर्चाएं ही हो रही हैं लेकिन इन्हीं दो दिन के बीच में बीजेपी सरकार के कई ऐसे रूप भी सामने आने वाले हैं जिसकी वजह से शायद सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो सकते हैं। लखनऊ में हो रहे इन्वेस्टर्स समिट के दौरान पुलिस ने अचानक ही ई-रिक्शा (e-rickshaw) चालकों की गाड़ियों को अपने कब्जे में ले किया। अब इनके रोजगार का क्या होगा और कैसे करेंगे दो दिन काम इसकी किसी ने सुध लेना जरुरी तक नहीं समझा।
मुख्यमंत्री जी का वादा हुआ झूठा साबित
गोमतीनगर के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में 21 और 22 फरवरी को इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन होने जा रहा है। इस कार्यक्रम का उद्घाटन 21 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कर दिया है। लखनऊ में दो दिन के लिए दिग्गजों का जमावड़ा लगने वाला है लेकिन इस वीवीआइपी कल्चर के चलते ना जाने कितने लोग अपना रोजगार खो देंगे।
सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने बयान में कहा था हमारी सरकार पचास हजार लोगों को रोजगार देगी लेकिन हकीकत तो यह है कि सरकार की वजह से ही ना जाने कितने लोगों का रोजगार छिन गया।
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कैसे मनाएंगे होली?
लखनऊ में पुलिस ने आज वीवीआइपी मूवमेंट के चलते सेकड़ों की तादाद में ई-रिक्शा और टेक्सियों को पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया। ना तो उनको कोई नोटिस दिया गया कि उन्हें वाहन चलाने हैं या नहीं और ना ही चेतावनी दी गई। ऐसे में गरीब ड्राइवर्स क्या करें।
जब ई-रिक्शा चालकों से बात की गई तो उनका कहना था कि होली करीब है। ऐसे में नया रोजगार मिलना तो दूर की बात है बल्कि जो रोजगार हमारे पास है उसको भी पुलिस ने छीन लिया। अब ऐसे में कैसे होली मनाएंगे, कैसे बच्चों को नए कपड़े पहनाएंगे।
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