कानपुर शूटआउट में 38 मिनट का ‘झोल’, अपनी ही कार्रवाई में फंस गई पुलिस

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उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में हुई आठ पुलिसकर्मियों की निर्मम हत्या की घटना ने पूरे सिस्टम को हिला कर रख दिया। इस घटना के बाद से विभाग के ओर शहीद हुए पुलिसकर्मियों को श्रृद्धाजंलि दी गई और वहीं इस घटना के आरोपियों पर कार्रवाई के सख्त आदेश भी दिए गए थे।

विकास के कई साथियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू

आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के आदेश के बाद पुलिस ने मुठभेड़ में गैंगस्टर विकास दुबे समेत कई शातिर बदमाशों को एनकाउंटर में ढेर कर दिया और विकास के कई साथियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई कर रही है। इसके साथ ही मामले में मुखबिरी के आरोप में चौबेपुर एसओ समेत कई पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की गई।

vikas gaon

 

पुलिस की कार्यप्रणाली पर कई सवाल

इस मामले में हर रोज नई-नई जानकारियां पेश कर रही है और नए-नए खुलासे हो रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद यूपी की कानपुर पुलिस की कार्यप्रणाली पर कई सवाल उठ रहे हैं।

vikas dubey kanpur wala

38 मिनट का ‘झोल’

बता दें कि 2-3 जुलाई को कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या की घटना को अंजाम दिया गया। इस घटना से ठीक 38 मिनट पहले यानी 2 जुलाई की रात 11:52 बजे ही कानपुर पुलिस के चौबेपुर थाने में विकास दुबे के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी। यह एफआईआर विकास दुबे के रिश्तेदार राहुल तिवारी ने दर्ज कराई थी।

vikas dubey enemy

बड़ा सवाल

ऐसे में बड़ा सवाल ये है कि एफआईआर के दर्ज होने के 38 मिनट में कानपुर के तीन थानों की पुलिस एकट्ठा हो जाती है, जिसमें चौबेपुर, शिवराजपुर और बिठुर थाना शामिल है। 38 मिनट में ही हथियारों की जांच कर पुलिस की टीम दबिश के लिए तैयार हो जाती है। 38 मिनट में ही पुलिस की टीम अपनी रवानगी दर्ज करा देती है। 38 मिनट में ही पुलिस की पूरी टीम बिकरू गांव पहुंच जाती है, जिसकी दूरी करीब 8 किलोमीटर बताई जा रही है और 38 मिनट में ही टीम की बिकरू गांव में विकास दुबे के गैंग से मुठभेड़ हो जाती है, जिसमें पुलिस के आठ जवान शहीद हो जाते हैं।

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ऐसे में सोचने वाली बात यह है कि हाईटेक कही जानी वाली यूपी पुलिस क्या वाकई इतने कम समय में तैयार हो जाती है या इसके पीछे की कोई सच्चाई अभी सामने आना बाकी है।

इस मामले में एक बड़ी हैरान करने वाली बात यह भी है कि गैंगस्टर विकास दुबे को भी इसी 38 मिनट में खबर मिल जाती है कि पुलिस टीम दबिश के लिए बिकरू गांव आने वाली है, जिससे कि विकास अपने साथियों के साथ मिलकर हथियारों से लैस होकर इस पूरी घटना को अंजाम देने की साजिश रच लेता है।

विकास दुबे

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