पीएम मोदी ने अरविन्द से क्यों पूछा ? बनारस आने पर मुझे मोमोज खिलाओगे

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वाराणासी। पीएम नरेंद्र मोदी ने ‘प्रधानमंत्री स्‍वनिधि योजना’ के उत्तर प्रदेश के लाभार्थियों के साथ-साथ वाराणसी के दुर्गाकुंड वेंडिंग जोन में मोमोज और काफी का ठेला लगाने वाले अरविंद मौर्या से वीडियो कॉन्‍फ्रेंसिंग के जरिए संवाद किया। इस मौके पर उत्तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ भी उपस्थित रहें। बातचीत के दौरान दोनों दुकानदारों ने पीएम से अपने अनुभव शेयर किये और उनका शुक्रिया अदा किया।

” मुझे लगा बैंक वाले बेवकूफ बना रहे हैं “

प्रधानमंत्री द्वारा स्वनिधि योजना का लाभ पाने के लिए अरविंद को कितना भागदौड़ करना पड़ा और किन-किन अधिकारियों के हाथ पैर पकड़ने पड़े की जानकारी पूछने पर अरविंद मौर्या ने प्रधानमंत्री को बताया कि उन्हें कहीं भी भागदौड़ नहीं करना पड़ा। डूडा और नगर निगम द्वारा सर्वे किया गया था और सर्वे के एक सप्ताह बाद यूनियन बैंक ऑफ इंडिया सोनारपुरा ब्रांच से जहां पर उनका पहले से खाता हैं से फोन आया कि आपका लोन आया है और नगर निगम से बना हुआ कार्ड आधार कार्ड लेकर बैंक आने को कहा। इस पर उन्हें बहुत आश्चर्य हुआ और लगा कि कोई उन्हें बेवकूफ बना रहा।

अरविन्द ने मोदी को मोमोज खिलाने का किया वादा

प्रधानमंत्री ने अरविंद से पूछा कि आप मोमोज कैसे बनाते हैं, इस पर अरविंद ने मोमोज बनाने की प्रक्रिया प्रधानमंत्री को बतायी। तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अरविंद को संबोधित करते हुए कहा कि हम बनारस आते हैं तो लोग हमें तो मोमोज नहीं खिलाते। इस पर अरविंद ने प्रधानमंत्री से वायदा किया कि इस बार उन्हें बनारस आने पर उन्हें मोमोज खिलाएंगे। इस पर प्रधानमंत्री ने चुटकी लेते हुए कहा कि उनके सिक्योरिटी के लोग उन्हें सब कुछ ऐसे ही नहीं खाने देते। जिस पर अरविंद ने प्रधानमंत्री से कहा कि वे रामायण की सबरी की तरह उन्हें मोमोज अवश्य खिलाएंगे।

कोरोना काल के अनुभव का किया जिक्र

कोरोना काल में व्यापार बाधित होने और उस से आने वाली परेशानी का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने अरविंद से पूछा कि कोरोना से बचने के लिए एवं लोगों को जागरूक करने के लिए वे क्या करते हैं और अपना धंधा कैसे चलाते हैं। अरविंद ने बताया कि उनकी दुकान पर मास्क लगाकर आने वालों को एक मोमोज फ्री देने की उनकी ग्राहकों से स्कीम है। इस पर प्रधानमंत्री ने उनका स्वागत करते हुए कोरोना से बचाव हेतु लोगों को जागरूक करने हेतु धन्यवाद के दिया। मोमोज की ऑनलाइन होम डिलीवरी के बाबत पूछे जाने पर अरविंद ने बताया कि पिंकी के माध्यम से वे ऑनलाइन डिलीवरी भी करते हैं।

क्या है पीएम स्वनिधि योजना?

स्वनिधि योजना में समय से क़िस्त की अदायगी पर 07 फीसदी ब्याज की छूट है तथा डिजिटल पेमेंट पर प्रति माह 100/- कैशबैक की सुविधा है। 01 जून, 2020 को स्वनिधि योजना लागू हुई और 2 जुलाई, 2020 को आवेदन आने लगे। तीव्र गति से योजना को लागू किया गया। ऐसी कल्पना नहीं थी। गरीब पटरी-रेहड़ी वालों के लिए आजादी के बाद से पहली बार ऐसी महत्वाकांक्षी योजना बनी है। देश आपकी श्रम का सम्मान कर रहा है। आत्मनिर्भर भारत में वेंडरों के योगदान को पहचान रहा है। योजना में कोई गारंटी नहीं, कोई प्रमाण पत्रों के झंझट नहीं, बैंकों में चक्कर नहीं लगाने, कोई दलाल नहीं। बल्कि बैंक खुद आपके पास जाकर लोन दे रही है। व्यक्ति स्वयं ऑनलाइन अपना आवेदन अपलोड कर सकता है। अब तक इस योजना के अंतर्गत 24 लाख से अधिक आवेदन प्राप्‍त हुए हैं। इनमें से 12 लाख आवेदनों को मंजूरी दी जा चुकी है और लगभग 5.35 लाख के ऋण वितरित किये जा चुके हैं। उत्तर प्रदेश में 6 लाख से अधिक आवदेन प्राप्त हुए हैं जिनमें से 3.27 लाख को मंजूरी दी जा चुकी है और 1.87 लाख का ऋण वितरित किया जा चुका है।

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