यात्री वाहनों की बिक्री में बीते 22 साल में सबसे तेज गिरावट दर्ज

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देश में प्रमुख कंपनियों की बिक्री में एक साल से गिरावट का दौर जारी है। इसके साथ ही यात्री वाहनों की बिक्री में लगातार 10वें महीने कमी आई है। कंपनियां लगातार उत्पादन घटा रही हैं। इससे रोजगार भी प्रभावित हो रहे हैं। अगले साल लागू होने वाले बीएस-VI मानकों की वजह से लोगों के मन में शंकाएं थीं। हालांकि, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पिछले दिनों स्पष्ट किया था कि 1 मार्च 2020 तक खरीदे गए बीएस-4 वाहन रजिस्ट्रेशन की पूरी अवधि तक वैध रहेंगे। ज्ञात हो कि, इंडस्ट्री एक लम्बे समय से GST दरों को घटाने की मांग कर रही है। ज्ञात हो कि, अभी GST की दर 28 फ़ीसदी है, जिसे घटाकर 18 फीसदी करने की मांग बीते लम्बे समय से की जा रही है।

अगस्त में भी घटी यात्री वाहनों की बिक्री:

यात्री वाहनों की बिक्री अगस्त में 31.57 फ़ीसदी घटकर 1 लाख 96 हजार 524 यूनिट रह गई। पिछले साल अगस्त में यह आंकड़ा 2 लाख 87 हजार 198 यूनिट था। यात्री वाहन बिक्री में लगातार 10वें महीने में भी गिरावट जारी है। कारों की बिक्री 41.09% घटकर 1 लाख 15 हजार 957 यूनिट रह गई। दोनों श्रेणियों (यात्री वाहन, कार) की बिक्री में अगस्त की गिरावट 22 साल में सबसे अधिक है। इसे अब तक की सबसे बड़ी गिरावट भी कहा जा सकता है। सोसायटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (SIAM) ने 1997-98 में ऑटो बिक्री के आंकड़े जारी करना शुरू किया था।

दोपहिया वाहनों की बिक्री में भी भारी गिरावट:

गौरतलब है कि, चार पहिया वाहन ही नहीं बल्कि, मोटरसाइकिल की बिक्री में पिछले महीने 22.33 फ़ीसदी गिरावट दर्ज की गई। यह 9 लाख 37 हजार 486 यूनिट रह गई। अगस्त 2018 में 12 लाख 7 हजार 5 मोटरसाइकिल बिकी थीं। दोपहिया वाहनों की कुल बिक्री 22.24 फ़ीसदी घटकर 15 लाख 14 हजार 196 यूनिट रह गई। पिछले साल अगस्त में 19 लाख 47 हजार 304 यूनिट थी। कॉमर्शियल वाहनों की बिक्री अगस्त में 38.71 फ़ीसदी घटकर 51 हजार 897 यूनिट रह गई। सभी श्रेणियों के वाहनों की बिक्री 23.55 फ़ीसदी घटकर 18 लाख 21 हजार 490 यूनिट रह गई। पिछले साल अगस्त में 23 लाख 82 हजार 436 वाहन बिके थे।

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