अमेरिका पाकिस्तान को दे सकता है ये झटका

0

आतंकवाद के बाद अब पाकिस्तान को मानव तस्करी के मुद्दे पर अमेरिका झटका दे सकता है। ट्रंप प्रशासन ने पाकिस्तान को चेतावनी दी है कि अगर इस दक्षिण एशियाई देश ने मानव तस्करी की रोकथाम के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठाए तो उसे मिलने वाली असैन्य सहायता में भी कटौती की जाएगी।

2 अरब डॉलर की सुरक्षा सहायता पर रोक लगा दी थी

यह कटौती दोनों देशों में चल रहे तनाव को और बढ़ा सकती है। इसी साल जनवरी में ट्रंप प्रशासन ने पाकिस्तान को दी जाने वाली करीब 2 अरब डॉलर की सुरक्षा सहायता पर रोक लगा दी थी। ट्रंप ने यह कदम पाकिस्तान में आतंकियों के सुरक्षित ठिकानों के खिलाफ कार्रवाई न करने को लेकर उठाया था।

राशि के एक बड़े हिस्से पर रोक लग सकती है

सूत्रों के मुताबिक, अमेरिका 26 करोड़ 50 लाख डॉलर यानी करीब 1730 करोड़ रुपये की असैन्य सहायता पाकिस्तान को देता है लेकिन अगर अमेरिकी विदेश विभाग ने मानव तस्करी के मामले में सबसे खराब काम करने वाले देशों की सूची में पाकिस्तान को शामिल कर दिया तो इस राशि के एक बड़े हिस्से पर रोक लग सकती है। अमेरिका के संघीय कानून के तहत मानव तस्करी के मामले में सबसे नीचे ग्रेड में रहने वाले देश पर यह प्रतिबंध लगाया जा सकता है।

Also Read :  CBI ने MLA कुलदीप सेंगर को किया गिरफ्तार, सुबह 5 बजे से पूछताछ जारी

हालांकि ट्रंप इसमें पूरी या आंशिक छूट दे सकते हैं। हालांकि, पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था के लिए यह फंडिंग मामूली है। लेकिन अगर वॉशिंगटन ने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष और वर्ल्ड बैंक जैसी अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं से मिलने वाली मदद का भी विरोध कर दिया तो यह पाकिस्तान के लिए बहुत बड़ा झटका साबित होगा।

मानव तस्करी के खिलाफ काफी कड़े कदम उठाए हैं

ट्रंप प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि इस पर फैसला नहीं हुआ है लेकिन पाकिस्तान को सहायता कटौती से बचने के लिए अपनी रैंकिंग सुधारनी होगी। पाकिस्तानी गृह मंत्री एहसान इकबाल ने रॉयटर्स को कहा, ‘हमने मानव तस्करी के खिलाफ काफी कड़े कदम उठाए हैं। देशों पर दबाव बनाने के लिए इसका राजनीतिक इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।’

NBT

(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें। आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं।)

Leave A Reply

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. AcceptRead More