टाय-टाय फिस्स हुई ‘ठग्स ऑफ हिंदोस्तान’

0

दिवाली के दूसरे दिन बॉक्स ऑफिस पर दो बड़े सुपरस्टार की फिल्म ठग्‍स ऑफ ह‍िंदोस्‍तान(Thugs Of Hindostan) रिलीज हो गई है। इस फिल्म का दर्शकों को लम्बे समय से इंतजार था। इस फिल्म में पहली बार महानायक अमिताभ बच्चन और आमिर खान एक साथ नजर आए। यशराज बैनर की यह बड़े बजट की फिल्म थी जिसे डायरेक्ट किया है विजय कृष्णा आचार्य ने, अब अगर बात करे फिल्म की तो फिल्म काफी कमजोर है। इसमें स्क्रीन प्ले काफी लचर है। यह फिल्म दर्शकों को रिझाने में कामयाब नहीं हो पाई है, हां बड़ी छुट्टी के चलते फिल्म बिजनेस तो अच्छा कर सकती है।

नॉवेल कन्फेशन ऑफ ए ठग पर आधारित है-

यशराज बैनर का दावा था कि यह फ‍िल्‍म इस साल की सबसे बड़ी फिल्मों में से एक और उनके बैनर की मेगाबजट फ‍िल्‍म है। ये फिल्म फिलिप मीडोज टेलर के साल 1839 में मशहूर हुए नॉवेल कन्फेशन ऑफ ए ठग पर आधारित है। फिल्म सच्‍ची कहानी पर आधार‍ित है। ठग अमीर अली और उसके पिता इस्माइल की कहानी पर यह फ‍िल्‍म बनी है जो जालौन आकर बस गए थे और अंग्रेजी सरकार के लिए दहशत का पर्याय बन गए थे।

विजय कृष्णा आचार्य द्वारा निर्देश‍ित इस फिल्म को यशराज बैनर 3डी और आईमैक्स में भी रिलीज किया है। इस फ‍िल्‍म में अमिताभ बच्‍चन ठगों के सरदार खुदाबख्श  के रोल में नजर आए हैं। फिल्म में उनका नाम आजाद है।

अमिताभ बच्‍चन ने अपने फ‍िल्‍मी कर‍ियर में पहली बार इस तरह का रोल निभाया है ज‍िसमें वह ठग बनकर तलवारबाजी करते नजर आए हैं। अमिताभ का यह अंदाज वाकई प्रभावित करता है। वहीं आमिर खान फ‍िरंगी मल्‍लाह के किरदार में हैं। अमिताभ बच्‍चन और आमिर खान के अलावा कटरीना कैफ और फातिमा सना शेख इस फ‍िल्‍म में लीड रोल में हैं। यह फ‍िल्‍म 5000 स्‍क्रीन्‍स पर रिलीज हुई है।

एक्शन सीन और आइटम सांग…

फिल्म में एक्शन सीन कुछ जगह पर प्रभावित करते है लेकिन कही-कही पर वह भी बोझिल हो जाते है। सिर्फ एक्शन सीन और आइटम नबंर के दम पर एक सफल फिल्म नहीं बनाई जा सकती, यह बात विजय कृष्ण को समझ लेनी चाहिए। विजय कृष्ण यही गलती धूम-3 में कर चुके है और उन्होंन वहां से कुछ नहीं सीखा बल्कि  धूम-3 से भी ज्यादा खराब फिल्म बना दी।

आमिर का चुलबुला किरदार भी हंसी दिलवाता है और कैटरीना का डांस। बाकी फिल्म में किससे लड़ाई हो रही है क्यू हो रही है कुछ समझ नहीं आता।

इस फिल्म की डायरेक्टर सबसे कमजोर कड़ी–

फिल्म के डायरेक्टर विजय कृष्णा के पास दो बड़े सुपरस्टार और यश राज बैनर था वह इतिहास लिख सकते थे पर उन्होंने सब पर पानी फेर दिया। एक अच्छी फिल्म सिर्फ एक्टिंग, सेट और एक्शन सीन से नहीं बनती है। दर्शकों को बांधे रखने के लिए एक स्टोरी होनी चाहिए जो ठग्स में कही नजर नहीं आती।

कुल मिलाकर अगर आप एक बेहतरीन सिनेमा देखना चाहते है तो यह फिल्म आपको निराश करेंगी। अगर दिवाली की छुट्टी पर खाली है कोई काम नहीं है और आप के पास पैसे भी बहुत है तो आप एक बार यह फिल्म देख सकते है।

(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें। आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं।)

Leave A Reply

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. AcceptRead More