फोटो में विराट था इसलिए उसकी चर्चा होती है : नेहरा

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नेहरा ने क्रिकेट को अलविदा कह दिया। अपने अंतिम मैच के दौरान बेहद भावूक हो गये थे नेहरा। क्रिकेट से विदाई लेने के बाद आशीष नेहरा फुल फॉर्म में थे। उन्होंने एक-एककरके सबके जवाब दिए। उन्होंने कहा कि विराट चाहता था कि मैं आखिर ओवर फेंकूं।
मैं अपने आपको लकी समझता हूं
यह काफी इमोशनल था। जब मैंने पहला ओवर फेंका था, वह मुझे याद है। मैं अपने आपको लकी समझता हूं कि मैंने इतना लंबा खेला। चार महीने पहले भी मुझसे पूछा गया चैंपियंस ट्रॉफी में खेलने के लिए लेकिन उस समय मैं फिट नहीं था।
मैं लोगों को बता सकता हूं कि क्या अच्छा है, क्या बुरा है
मैं हमेशा सकारात्मक रहता हूं। इंग्लैंड के खिलाफ छह विकेट लिए तो हम जीत गए लेकिन इसके बाद जब छह विकेट लिए तो टीम हार गई इसलिए जिसमें जीते वह छह विकेट ज्यादा अच्छे हैं। जब चार साल बाहर था तो यह मेरे लिए काफी कठिन था। मैंने काफी मेहनत की। मैंने सबकुछ देखा इसलिए मैं लोगों को बता सकता हूं कि क्या अच्छा है, क्या बुरा है। मेहनत खराब नहीं जाती।
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फोटो में विराट था इसलिए उसकी चर्चा होती है
मैं भले ही जब शीर्ष पर था तब नहीं चुना गया या नहीं खेल पाया लेकिन मैंने हमेशा प्रशिक्षण जारी रखा और इसीलिए मुझे ऐसा फेयरवेल मिला। विराट को ट्रॉफी देते हुए सोशल मीडिया पर वायरल फोटो के सवाल पर उन्होंने कहा कि उस फोटो में विराट था इसलिए उसकी चर्चा होती है। अगर उसमे चहल या कोई और होता तो शायद आप उस फोटो के बारे में बात नहीं करते। दुनिया का हर क्रिकेटर कुछ इसी तरह की विदाई चाहता होगा जैसी आशीष नेहरा को मिली।
पारी का पहला और आखिरी ओवर फेंकने का मौका दिया
जेंटलमैन तेज गेंदबाज के रूप में पहचाने जाने वाले नेहरा के आखिरी क्रिकेट मैच की कप्तानी उनसे दस साल छोटे और उनके जूनियर विराट कोहली कर रहे थे। नेहरा के घरेलू मैदान फिरोजशाह कोटला स्टेडियम में न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले टी-20 मैच में कोहली ने उन्हें पारी का पहला और आखिरी ओवर फेंकने का मौका दिया। अगर पांड्या ने कोलिन मुनरो का कैच नहीं छोड़ा होता तो नेहरा अपने आखिरी मैच में विकेट लेने में सफल हो जाते।
पूरे मैदान नेहरा-नेहरा से गूंज उठा
नेहरा जैसे ही आखिरी ओवर फेंकने आए वैसे ही पूरे मैदान नेहरा-नेहरा से गूंज उठा। उन्होंने चार ओवर के स्पेल में 29 रन दिए। वह आखिरी ओवर फेंक रहे थे तभी एक प्रशंसक अंदर घुसा आया और उसने नेहरा के पैर छुए। जब नेहरा अपना स्पेल खत्म करके आए तो हिल-बी स्टैंड की बाउंड्री के पास बिशन सिंह बेदी बैठे थे। नेहरा ने उनके पैर छुए। इसके बाद पूरी टीम के साथ उन्होंने मैदान का चक्कर लगाया और प्रशंसकों का शुक्रिया अदा किया।
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नौ दिन तक चला आशीष नेहरा का करियर
आखिर में दिल्ली के विराट और शिखर ने अपने सीनियर नेहरा को कंधे पर उठा लिया।तीसरा सबसे लंबा अंतरराष्ट्रीय करियर रहा नेहरा का। नेहरा से लंबा करियर सचिन (8760 दिन) और लाला अमरनाथ (6935 दिन) का रहा है।साल, आठ महीने, नौ दिन तक चला आशीष नेहरा का करियर। उनका करियर कुल 6826 दिन का रहा।कप्तानों के साथ खेले नेहरा। इनमें मुहम्मद अजहरुद्दीन, गांगुली, द्रविड़, कुंबले, सहवाग, धौनी और विराट शामिल हैं ।
मैं शीर्ष पर रहते हुए संन्यास लेना चाहता था और वही किया
न मैंने चयनकर्ताओं से पूछकर खेलना शुरू किया और न उनसे पूछकर संन्यास लिया। मैंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज के समय विराट को बता दिया था कि मैं अब संन्यास लूंगा। उन्होंने कहा कि आप पूरी तरह से इसके लिए तैयार हो तो मैंने कहा हां। वह तो भाग्य से यह मैच दिल्ली में होना था। यह किसी ने तय नहीं किया। मैं शीर्ष पर रहते हुए संन्यास लेना चाहता था और वही किया।
मैं इतना लंबा खेला उस पर मुझे गर्व है
उन्होंने कहा कि मैं खुद को भाग्यशाली समझता हूं कि मुझे अपना आखिरी मैच घरेलू मैदान में खेलने को मिला। चार महीने बाद मेरे अंतरराष्ट्रीय करियर के 19 साल हो जाते लेकिन मैं इतना लंबा खेला उस पर मुझे गर्व है।
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