SCO में पीएम मोदी का आतंकवाद पर निशाना

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन में रविवार को 18वें शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन के प्लेनरी सेशन को संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने एक बार फिर आतंकवाद का मुद्दा उठाते हुए अप्रत्यक्ष तौर पर पाकिस्तान को आड़े हाथों लिया। पीएम ने अफगानिस्तान को आतंकवाद के प्रभावों का सबसे दुर्भाग्यपूर्ण उदाहरण बताया। इस सेशन में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भी मौजूद थे। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत की सुरक्षा के साथ किसी भी तरह का समझौता नहीं किया जाएगा। इसके बाद पीएम बोले, ‘अफगानिस्तान आतंकवाद के प्रभावों का सबसे दुर्भाग्यपूर्ण उदाहरण है। मुझे उम्मीद है कि राष्ट्रपति घनी ने शांति स्थापित करने के लिए जो कदम उठाए हैं, उसका क्षेत्र के सभी देश सम्मान करेंगे।’

पर्यटन को बढ़ावा देने की अपील

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत आने वाले विदेशी पर्यटकों में से सिर्फ 6 प्रतिशत ही SCO देशों से आते हैं। इसे आसानी से दोगुना किया जा सकता है। हमारी साझा संस्कृतियों के बारे में जागरूकता बढ़ने से इस संख्या को बढ़ाया जा सकता है। पीएम मोदी ने कहा कि हम भारत में SCO फूड फेस्टिवल और बौद्ध फेस्टिवल का आयोजन करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘हम फिर से एक ऐसे स्टेज में आ गए हैं जहां भौतिक और डिजिटल कनेक्टिविटी भूगोल की परिभाषा को बदल रही है। इसलिए, हमारे पड़ोस और SCO क्षेत्र में कनेक्टिविटी हमारी प्राथमिकता है।’

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बता दें कि SCO समिट में हिस्सा लेने पहुंचे पीएम मोदी ने शनिवार को चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग से समिट के इतर मुलाकात की। दोनों नेताओं ने 6 हफ्ते में यह दूसरी मुलाकात की। शनिवार को दोनों नेताओं की मौजूदगी में भारत और चीन के बीच समझौते पर हस्ताक्षर भी हुए।

क्या है SCO

शंघाई सहयोग संगठन की स्थापना 2001 में हुई थी। इसके उद्देश्यों में सीमा विवादों का हल, आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई, क्षेत्रीय सुरक्षा को बढ़ाना और सेंट्रल एशिया में अमेरिका के बढ़ते प्रभाव को काउंटर करना शामिल है। इसके सदस्यों में चीन, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, रूस, ताजिकिस्तान, उज्बेकिस्तान, भारत और पाकिस्तान हैं।

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