उन्नाव रेप कांड के आरोपियों को मिल रहा बीजेपी का संरक्षण-मायावती
उन्नाव रेप कांड में अब सियायत पूरी तरीके से गरमा चुकी है। सभी विपक्षी दल इसे लेकर भाजपा सरकार पर हमलावर हैं, इसी कड़ी में बसपा सुप्रीमो मायावती ने भाजपा सरकार की कार्यशैली और पुलिस पर सवाल उठाते हुए रेप पीड़िता के साथ हुई दुर्घटना की निंदा की है।
मायावती ने ट्वीट कर उन्नाव कांड की करी निंदा:
बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने ट्वीट किया, ‘उन्नाव गैंगरेप पीड़िता के परिवार वालों की संदिग्ध हत्या के बाद उनके अन्तिम संस्कार हेतु चाचा को परोल पर रिहा नहीं होने देना अति-अमानवीय है। जो यूपी सरकार की इस काण्ड में मिलीभगत को साबित करता है। पैरोल की माँग को लेकर रिश्तेदार मेडिकल कालेज में धरने पर बैठे है, सरकार तुरन्त ध्यान दे।’
उन्नाव गैंगरेप पीड़िता के परिवार वालों की संदिग्ध हत्या के बाद उनके अन्तिम संस्कार हेतु चाचा को परोल पर रिहा नहीं होने देना अति-अमानवीय जो यूपी सरकार की इस काण्ड में मिलीभगत को साबित करता है। परोल की माँग को लेकर रिश्तेदार मेडिकल कालेज में धरने पर बैठे है, सरकार तुरन्त ध्यान दे।
— Mayawati (@Mayawati) July 30, 2019
उन्होंने ये भी कहा कि ‘स्थानीय बीजेपी सांसद साक्षी महाराज द्वारा जेल में रेप आरोपी बीजेपी विधायक से मिलना यह प्रमाणित करता है कि गैंग रेप आरोपियों को लगातार सत्ताधारी बीजेपी का संरक्षण मिल रहा है, जो इंसाफ का गला घोटने जैसा है। सुप्रीम कोर्ट को इसका संज्ञान अवश्य लेना चाहिए।’
साथ ही स्थानीय बीजेपी सांसद साक्षी महाराज द्वारा जेल में रेप आरोपी बीजेपी विधायक से मिलना यह प्रमाणित करता है कि गैंग रेप आरोपियों को लगातार सत्ताधारी बीजेपी का संरक्षण मिल रहा है, जो इंसाफ का गला घोटने जैसा है। मा. सुप्रीम कोर्ट को इसका संज्ञान अवश्य लेना चाहिए।
— Mayawati (@Mayawati) July 30, 2019
अखिलेश यादव ने की पीड़िता के परिजनों से मुलाक़ात:
बता दें कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव भी रेप पीड़िता और धरने पर बैठे उसके परिजनों से मिलने आज ट्रामा सेंटर पहुंचे, जहाँ उन्होंने पूर्व विधायक पर कार्रवाई न किय जाने को लेकर योगी सरकार पर सवाल उठाये।
क्या है मामला:
गौरतलब है कि बीते दिन रायबरेली जनपद के गुरुबक्शगंज थाने के अंतर्गत रायबरेली जेल में बंद परिजन से मिलकर लौटते समय उन्नाव रेप पीड़िता की गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त होने से दो लोगों की मौत हो गई थी जबकि पीड़िता समेत उनके अधिवक्ता की हालत गंभीर बनी हुई है। जिनका इलाज लखनऊ स्थित ट्रामा सेंटर में चल रहा है। जहां डॉक्टरों का कहना है कि पिछले आठ-दस घंटों में घायलों पर कोई सुधार विशेष नहीं हुआ है। दोनों का इलाज वेंटिलेटर में चल रहा है।