फिल्म 'पद्मावती' पर बढ़ रहा विवाद, कई नेताओं ने भी उगला जहर

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फिल्म पद्मावती विवादों को लेकर बड़ा चर्चित में है,  दिन-प्रतिदिन फिल्म पर विवादों के सिलसिले का शिकंजा कसता जा रहा है। राजस्थान के साथ-साथ देश के कई अन्य राज्यों में कई संगठन मिल कर फिल्म का विरोध कर रहे हैं। संगठनों द्वारा धमकी दी जा रही है कि वे लोग फिल्म को रिलीज नहीं होने देंगे और अगर इसे रिलीज किया गया तो होने वाले नुकसान की जिम्मेदारी सरकार की होगी। विरोध करने वालों में संगठनों के साथ-साथ इसमें राजनेता भी शामिल हैं।
जानिए अबतक किन-किन नेताओं ने क्या कहा है 
चिन्तामणि मालवीय (बीजेपी सांसद): भंसाली जैसे लोगों को कोई और भाषा समझ नहीं आती है। उन जैसे लोगों को सिर्फ जूते की भाषा ही समझ आती है। मालवीय ने आगे यह भी कहा, ”जिन फिल्मकारों के घरों की स्त्रियां रोज अपने शौहर बदलती हैं वे क्या जाने जौहर क्या होता है?

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राजा सिंह (बीजेपी विधायक): तेलंगाना से MLA  राजा सिंह ने कहा था कि अगर पद्मावती फिल्म में इतिहास से छेड़छाड़ की गई है तो संजय लीला भंसाली को उसकी कीमत चुकानी होगी। डायरेक्टर पैसे कमाने के लिए तथ्यों के साथ छेड़छाड़ करके लोगो तक मसाला लगा के पंहुचा रहे है।
इतिहास के साथ छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं
दीया कुमारी (बीजेपी विधायक): इतिहास के साथ छेड़छाड़ बर्दाश्त बिल्कुल नहीं की जाएगी। दीया कुमारी जी जयपुर के राजघराने की रानी है, उन्होंने फिल्म की रिलीज रोकने के लिए सिग्नेचर कैंपेन भी चलाया था।

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इससे पहले भी केन्द्रीय मंत्री उमा भारती और गिरिराज सिंह ने भी पद्मावती फिल्म के खिलाफ अपनी बातें कही थी। गिरिराज ने कहा था कि ‘संजय लीला भंसाली और किसी भी फिल्मकार में हिम्मत नहीं कि वह किसी और धर्म पर अधारित फिल्म बनाए या उनपर टिप्पणी करें। वहीं उमा भारती ने खुला खत में लिखा था कि रानी पद्मावती के विषय पर मैं तटस्थ नहीं रह सकती। मेरा संजय लीला भंसाली से निवेदन है कि पद्मावती को राजपूत समाज से न जोड़कर भारतीय नारी के अस्मिता से जोड़ा जाए।
विरोध का सिलसिला किन किन राज्यों में जोरों से जारी  
राजस्थान, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, छत्तीसगढ़ के साथ-साथ मध्य प्रदेश के भोपाल में संस्कृति बचाओ मंच फिल्म के खिलाफ मोर्चा चलाया जा रहा है। उन्होंने संजय लीला भंसाली, दीपिका पादुकोण के पुतले जलाते हुए फिल्म की रिलीज का विरोध किया। मंच का दावा है कि राजपूत समिति, प्रगतिशील ब्राह्मण संस्थान, शिव सेना, क्षत्रीय सभा, वेदिक ब्राह्मण युवा संघ जैसे संगठन भी उनके साथ हैं।
बिहार में भी पद्मावती फिल्म का विरोध जोरों से जारी है, विरोध को जताने के लिए बिहार की  राजपूत करणी सेना ने मुजफ्फरपुर नेशनल हाईवे को जाम कर दिया था। तीन घंटे से ज्यादा वक्त तक जाम लगा रहा था। इस तीन घंटे के दौरान किसी भी गाडी यहाँ तक की एंबुलेंस को भी नहीं निकलने दिया गया।
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