क्यों दे रहीं ममता CBI के खिलाफ पुलिस कमिश्नर का साथ?
CBIv/sMamata: पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार के पीछे सीबीआई को ही अरेस्ट करा देने वाली ममता बनर्जी खुलकर सामने आ गई हैं और राजीव का पक्ष ले रही हैं। यहां तक कि उनको बचाने के लिए बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी धरने पर बैठ गई हैं। उन्होंने राजीव कुमार को दुनिया का सबसे ईमानदार अधिकारी बताया है। लेकिन एक मुख्यमंत्री पुलिस कमिश्नर के लिए देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी के खिलाफ क्यों खड़ी हो गयी, ये विश्लेषण का विषय है।
नियमानुसार राज्य सरकार की अनुमति के बिना CBI नहीं कर सकती प्रवेश:
सीबीआई गठन के कानून के मुताबिक किसी भी राज्य में उसकी कार्रवाई से पहले वहां की सरकार की अनुमति लेने का प्रावधान है। बता दें कि सीबीआई का गठन दिल्ली विशेष पुलिस प्रतिष्ठान अधिनियम-1946 के तहत हुआ है। इस अधिनियम की धारा-5 के मुताबिक देश के सभी क्षेत्रों में सीबीआई को जांच का अधिकार दिया गया है, लेकिन इसी के साथ ही धारा-6 में साफ कहा गया है कि राज्य सरकार की अनुमति के बिना सीबीआई उस राज्य के अधिकार क्षेत्र में प्रवेश नहीं कर सकती है। कुछ दिन पहले ही पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश और छत्तीसगढ़ की सरकारों ने धारा-6 का इस्तेमाल करते हुए बिना उनकी इजाजत के सीबीआई की कार्रवाई पर रोक लगा दी थी।
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ममता के करीबी माने जाते हैं राजीव कुमार:
1989 बैच के आईपीएस अफसर राजीव कुमार को पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी का करीबी माना जाता है। राजीव कुमार 2013 में शारदा चिटफंड घोटाला मामले की जांच के लिए राज्य सरकार द्वारा गठित स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम के अध्यक्ष थे।
आ सकती है ममता पर भी आंच:
गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल में साल 2013 में हुए चर्चित चिटफंड घोटाला में आईपीएस अफसर राजीव कुमार का नाम सामने आया है। कथित तौर पर तीन हजार करोड के इस घोटाले का खुलासा अप्रैल 2013 में हुआ था। आरोप है कि शारदा ग्रुप की कंपनियों ने गलत तरीके से निवेशकों के पैसे जुटाए और उन्हें वापस नहीं किया। इस घोटाले को लेकर पश्चिम बंगाल सरकार पर सवाल उठे थे। वहीं अब ये बात उठ रही है कि राजीव कुमार की गिरफ्तारी से ममता सरकार भी मामले में फंस सकती हैं।
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ममता का आरोप, केंद्र बना रही दबाव:
ममता ने सीबीआई को केंद्र सरकार का सहयोगी माना है, उनका कहना है की सरकार सीबीआई के जरिये लोकतंत्र का गला घोट रही है। ममता ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार देश के संघीय ढांचे को नुकसान पहुंचा रही है। टीएमसी का आरोप है कि सीबीआई बिना किसी वारंट के राजीव कुमार से पूछताछ करना चाह रही थी। इस वजह से कोलकाता पुलिस ने कुछ सीबीआई अधिकारियों को हिरासत में ले लिया।
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