अंधेरे में पढ़ने को थे मजबूर, ‘पवन चक्की’ बनाकर स्कूल को किया रोशन
7वीं क्लास के छात्रों ने एक 'मिनी पवन चक्की' बनाई है। इस चक्की की मदद से उन्होंने अपने स्कूल के अंधेरे को दूर भगाया है
आज भी हमारे देश में कई ऐसे इलाके है जहां बिजली किश्तों में आती है। ऐसे में महाराष्ट्र के बीड जिले के कुछ छात्रों ने अंधेरे को दूर भगाने के लिए नायाब तरीका अपनाया है।
7वीं क्लास के छात्रों ने एक ‘मिनी पवन चक्की’ बनाई है। इस चक्की की मदद से उन्होंने अपने स्कूल के अंधेरे को दूर भगाया है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, कुर्ला गांव में स्थित जिला परिषद स्कूल का 25 हजार रुपये का बिजली का बिल बकाया था। इस वजह से बिजली विभाग ने उनकी बिजली काट दी।
5 दिन में बनाई पवन चक्की-
प्रशासन की इस गलती के कारण का खमियाजा छात्रों को उठाना पड़ता था। छात्र गर्मी और अंधेरे में पढ़ने को मजबूर थे। इसके बाद कुछ छात्रों ने अपने शिक्षकों के साथ मिलकर केवल 5 दिन में एक पवन चक्की बनाई। इसकी मदद से उनका स्कूल रोशन हो उठा।
इस चक्की को बनाने में स्कूल के साइंस टीचर भाऊ साहब राणे ने छात्रों की मदद की। राणे ने बताया, स्कूल में कक्षा 1 से 7वीं तक कुल 188 छात्र हैं। बिजली कटने से काफी परेशानी हो रही थी।
बन रही 500 वॉट की बिजली-
इसी दौरान मैं 7वीं के छात्रों को पवन चक्की और उससे पैदा होने वाली ऊर्जा के बारे में पढ़ा रहे थे। कुछ बच्चों ने पूछा कि इसका प्रयोग हम स्कूल में ही क्यों न करें?
राणे ने बच्चों की भावना को समझा और उनके साथ एक मिनी पवन चक्की बनाने के काम में जुट गए। उन्होंने मिलकर 5 दिनों में यह पवन चक्की तैयार कर ली। टीचर ने बताया कि इस मिनी पवन चक्की में सोलर यूनिट लगी है, जिससे 500 वॉट की बिजली बन रही है।
यह भी पढ़ें: पढ़ें, वॉट्सएप कैसे बचाएगा आपका बिजली का बिल
यह भी पढ़ें: विदेशी छात्रा की पहल ने इस गांव को कर दिया अंधेरा मुक्त