सैकड़ों जीत से ज्यादा एक हार की चर्चा

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कृष्‍णदेव राय

हवा के विपरीत गाजीपुर संसदीय सीट से संचार एवं रेल राज्यमंत्री भाजपा प्रत्याशी मनोज सिन्हा की पराजय पूर्वांचल में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, अखिलेश यादव और अनुप्रिया पटेल की शानदार जीत से ज्यादा चर्चा में है।

विकास पुरुष के नाम से पिछले पांच वर्षो में लगातार लोकप्रियता की सीढ़ी दर सीढ़ी ऊपर चढ़ते मनोज सिन्हा को कमलापति त्रिपाठी और कल्पनाथ रायके बाद पूर्वांचल के विकास के मद्देनजर काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा था और चट्टी चौराहों पर बहस भी यही हो रही थी कि काम हुआ है तो गाजीपुर में।

कुछ लोग तो यह भी कह रहे थे, जमीनी विकास के नजरिये से देखें तो गाजीपुर कई मायने में वाराणसी से भी दो कदम आगे रहा है। मनोज सिन्हा के बारे में सपा-बसपा गठबन्धन के बाद जातीय समीकरण के आधार पर शुरू से माना जा रहा था कि दो दलों का एका उनके लिए चुनौती बनेगा।

यह भी चर्चा उठी थी कि मनोज जी घोसी या बलिया संसदीय सीट से चुनाव लड़ सकते हैं किन्तु श्री सिन्हा ने अपने काम और संघटन में आयी मजबूती को आधार मानकर अपनी कर्मभूमि से पुन: चुनाव लडऩे का फैसला किया।

यह बात उन्हे भी पता थी कि मुकाबला कड़ा होगा, शायद इसीलिए उन्होने अपने क्षेत्र के गांव-गांव में बिना किसी भेदभाव के दौरा किया और मतदाताओं को यह बताने की कोशिश की पांच वर्षों में उन्होने पूर्वांचल के विकास के लिए क्या-क्या काम किया और इसका फायदा आम लोगों को क्या होगा।

श्री सिन्हा के समर्थक भी यही मानते थे, कि जैसा स्वागत गांवों में मनोज जी का हो रहा है उसके आधार पर लग रहा है कि लोग पार्टी लाइन से ऊपर उठकर उन्हे वोट देंगे, पर परिणाम इसके ठीक उलट देखने को मिला।

न केवल श्री मनोज सिन्हा चुनाव हारे, वरन उनकी पराजय का अन्तर भी चौंकाने वाला रहा। गठबन्धन के उम्मीदवार पूर्व सांसद अफजाल अंसारी ने श्री सिन्हा को ११९३९२ मतों से हराया। उन्हे ५६६०८२ मत मिले, जबकि श्री सिन्हा क ४४६६९० मत ही हासिल हुए।

चुनाव के बाद से केवल गाजीपुर ही नही, समूचे पूर्वी उत्तर प्रदेश में किसी भी प्रत्याशी की जीत से ज्यादा चर्चा श्री मनोज सिन्हा की पराजय की हुई। सोशल मीडिया मेें दलीय सीमाओं को तोड़ते हुए लोग अपनी खुले आम प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे हैं- मनोज सिन्हा को जीतना चाहिए था। शायद गाजीपुरके मतदाताओं को विकास पसन्द नही है।

(लेखक काशी पत्रकार संघ के पूर्व अध्‍यक्ष हैं और अपनी बेबाक राय के लिए जाने जाते हैं। इसे उनके फेसबुक वाल से लिया गया है)

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