कुछ ऐसा है अजय पाल का खौफ, अपराधी खा रहे कसमें

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10 लाख की आबादी के लिए नोएडा एक ऐसी दुनिया थी जो गुनाहों की गिरफ्त में छटपटा रही थी। आंकड़ों की किताबे बता रही थीं कि नोएडा के अपराधियों ने बाकी यूपी को पीछे छोड़ दिया है। लेकिन मार्च 2018 में नोएडा दर्द और दहशत से भरे दौर से उबर कर उम्मीदों के चरागों को फिर से जलाने के लिए उठ खड़ा हुआ। 18 मार्च को उत्तर प्रदेश सरकार ने नोएडा में बढ़ते अपराध पर लगाम लगाने के लिए शामली जिले के कप्तान और एनकाउंटर स्पेशलिस्ट डॉ. अजय पाल शर्मा (Ajay pal Sharma) को जिले की कमान सौंपी। तड़पते नोएडा को अजय पाल शर्मा के उस तेवर का इंतजार था जो गुनाह की काली दुनिया के लिए काल बन सकता था और अजय पाल ने अपराध की काली किस्मत का फैसला लिख दिया। ये अजय पाल का जनता को वचन था और अपराधियों को खुली चेतावनी।

अजय पाल के नाम से कांपते हैं अपराधी

नोएडा में पुलिस कप्तान का राज बदला तो फिर पुलिस का रिवाज भी बदला। नोएडा पुलिस को शहर से अपराध खत्म करने की छूट मिली तो सरकारी हथियारों से जंग हटाकर बदमाशों पर बारूद बरसाना शुरु कर दिया। अपराधियों के डर से कभी नोएडा कापती थी, अब अजय पाल के नाम से अपराधी कांप रहे हैं।

यही वजह है कि अपराधी खुद थानों में पहुंचने लगे और हाथ जोडकर कहने लगे ‘मैं डर की वजह से भाग गया था…अब मैं पेश होने आया हूं…एसएसपी साहब से प्रार्थना थी कि वो मुझे गोली न मारें’। ये अजय पाल का खौफ है जो थानों में ही नहीं अपराधियों की बात चीत में भी दिख रहा है।

नजर नींची करके दुबके अपराधी

ये तो सिर्फ दो गुनहगारों के दिल में अजय पाल के खौफ की एक तस्वीर है। अजय पाल शर्मा के राज में नोएडा पुलिस के डर से ऐसे तमाम अपराधी नजर नींची करके दुबके हुए हैं। जबसे अजय पाल शर्मा ने अपराधी मुक्त नोएडा का हठ योग साधा है तब से बदमाश समझ गए कि कानून-व्यवस्था की ताकत क्या होती है।

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अब अपराधी या तो जेल जा रहे हैं या फिर अपराध से तौबा कर रहे हैं। क्योंकि नोएडा पुलिस ने अजय पाल शर्मा ने नेतृत्व में 18 मार्च से अब तक 54 एनकाउंटर किए। इनमें 02 इनामी बदमाश मारे गए। 108 बदमाशों को जेल भेजा गया। 46 बदमाश घायल हुए। तो वहीं कई अपराधियों के खिलाफ रासुका, गैंगस्टर और संपत्ति जब्त की कार्रवाई की प्रकिया भी शुरू कर दी गई।

‘गुनाह के बदले गोली’

नोएडा में क्राइम का सेंसेक्स कैश हो रहा है। कुछ इलाकों में तो महीनों से लूट नहीं हुई है। क्योंकि अजय पाल के राज का एक ही सूत्र है ‘गुनाह के बदले गोली’। ये उसी नोएडा पुलिस का इकबाल है जिस पर कभी गुंडा राज में अपराधियों के सेवा में लगे रहने का आरोप लगते रहे हैं।

एनकाउंटर स्पेशलिस्ट की बनी पहचान

शामली में सपा की सरकार के दौरान भी एनकाउंटर करके अपनी पहचान बनाने वाले अजय पाल शर्मा बीजेपी सरकार बनने के बाद भी एक साल तक वहां तैनात रहे। इस दौरान भी उनके नेतृत्व में शामली पुलिस ने ताबड़तोड़ एनकाउंटर किए।

हालांकि, जिस तरीके से गैंगस्टर सुंदर भाटी के भाई और भतीजे की शामली में गिरफ्तारी हुई, उससे नोएडा में इस कुख्यात गैंग को काबू करने की उनकी रणनीति देखने वाली होगी। शामली से पहले अजय पाल शर्मा गाजियाबाद में एसपी सिटी रह चुके हैं।

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