'इंदिरा अजर हैं, अमर हैं घर घर में है' : डॉ बनवारी सिंह

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भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के 101 वी जयंती के अवसर पर आज राम कटोरा के अन्नपूर्णा सभागार में वरिष्ठ साहित्यकार अन्वेषक डॉ बनवारी सिंह यादव के द्वारा लिखित इंदिरा गांधी काव्य कृति ‘भवर पर सेतु’ का विमोचन जन कल्याण परिषद के तत्वाधान में राष्ट्रीय हैंडलूम बोर्ड भारत सरकार के वाइस चेयरमैन एस एम सुल्तान और शहर के वरिष्ठ साहित्यकारों ने किया।
डॉ बनवारी सिंह यादव की पुस्तक ‘भंवर पर सेतु ‘का यह चतुर्थ संस्करण था, जो पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी से संदर्भित था। इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए हैंडलूम बोर्ड भारत सरकार के वाइस चेयरमैन एस एम सुल्तान ने कहा कि डॉ बनवारी सिंह यदु जी की कृति भंवर पर सेतु इंदिरा जी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व का सजीव चित्रण है।
जिसमें राष्ट्रीय एकता अखंडता सद्भाव प्रेम और विश्व बंधुत्व की भावना सरस रूप से समाहित है ।समग्र जन मानस के लिए यह पुस्तक प्रेरणा स्रोत है। इस कृति का प्रचार प्रसार अभियान के रुप में होने से मानवता में काफी वृद्धि होगी। मैं ऐसे कृति के लिए यदु जी को बार बार धन्यवाद देता हूं।
जन कल्याण परिषद के प्रदेश अध्यक्ष गंगा सहाय पांडे ने कहा कि डॉ बनवारी सिंह की पुस्तक भंवर पर सेतु का विमोचन आज इंदिरा गांधी के 101 वी जयंती पर उनको समर्पित किया गया है ।श्री पांडे ने कहा कि आज इंदिरा गांधी के योगदान को भारत के युवा भूलते जा रहे हैं पर इंदिरा गांधी ने जो भारत के लिए कार्य किए हैं वह सदियों तक याद किए जाएंगे इसमें कोई दो राय नहीं।
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इस अवसर पर डॉक्टर बनवारी सिंह ने अपनी कविता” इंदिरा अजय हैं अमर हैं, घर घर में हैं”, ‘चारों और प्रतीक शरीक, मेरी शहीद अखंडित है ,जनगणमन मां के आंचल में भरी हैं ,महापुरुष युग निर्माता धरती पर इसी तरह आते और जाते हैं ,इनके के साथ चेहरे पर अपने मौसम की छाप छोड़ जाते हैं, जिसे देश डायरी के पन्नों से पीता है ,जीवन की कथरी सा सीता है’ सुना कर खूब वाही वाही लूटी ।
उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी का व्यक्तित्व हिमालय सा है और उनका कृतित्व समुद्र सा है जिसने भारत की आने वाली हर पीढ़ी गोता लगाएंगी तो उसको कुछ न कुछ मूल्यवान मोती जरूर मिलेंगे। इंदिरा गांधी के ऐसे व्यक्तित्व और कृतित्व से प्रभावित होकर मैंने उन पर यह काव्य कृति लिखी है और यह कृति पूरी तरह पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को समर्पित है मैं चाहूंगा कि देश का हर युवा नोजवान साहित्यकार इस कृति को पढ़े समझे और इंदिरा गांधी के विचार धारा को आत्मसात कर अपने जीवन को आलोकित करे।
तत्पश्चात आयोजित काव्य-गोष्ठी में बनारस के वरिष्ठ कवियों ने काव्य पाठ किया ।संस्था के प्रदेश अध्यक्ष गंगा सहाय पांडे ने अतिथियों का स्वागत, एस पी श्रीवास्तव ने अध्यक्षता ,सिद्धनाथ शर्मा ने संचालन और  शालिनी यादव ने धन्यवाद ज्ञापन किया ।इस अवसर पर डॉ राजेश यादव ,डॉ धीरेंद्र पांडे ,डॉ रमाशंकर यादव, तिलक राज कपूर ,संदीप दास गुप्ता ,विनय वीनू,मुन्नू यादव, हरिद्वार यादव ,चिंतित बनारसी समेत बनारस के वरिष्ठ कवि और साहित्यकार मौजूद रहे।

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