बोले ट्रंप : अमेरिका कोरोना वायरस वैक्सीन बनाने के काफी करीब

वैक्सीन पर काम करने वाले बेहद कमाल के, शानदार दिमाग वाले लोग

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वाशिंगटन : अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने Daily briefing में कहा है कि अमेरिका कोविड-19 संक्रमण की वैक्सीन बनाने के बेहद करीब है। मीडिया ने इस बात की जानकारी दी। अमेरिका, जर्मनी, ब्रिटेन और चीन में होने वाले वैक्सीन टेस्ट्स पर ध्यान देने के बाद व्हाइट हाउस में Daily briefing के दौरान ट्रंप ने कहा, “हम वैक्सीन के बेहद करीब हैं। हमारे पास इस पर काम करने वाले बेहद कमाल के, शानदार दिमाग वाले लोग हैं।”

Daily briefing में उन्होंने आगे कहा, “दुर्भाग्य से हम टेस्टिंग के बहुत करीब नहीं हैं क्योंकि जब परीक्षण शुरू होता है तो इसमें कुछ समय लगता है, लेकिन हम इसे पूरा कर लेंगे।”

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एक वैक्सीन तैयार होने में 12 से 18 महीने

बीबीसी ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि Daily briefing के दौरान वाइस-प्रेसिडेंट माइक पेंस और व्हाइट हाउस कोरोनावायरस टास्कफोर्स के को-ऑर्डिनेटर डेबोराह बीरक्स भी उनके साथ मौजूद थे।

अमेरिकी सरकार के शीर्ष टॉप इन्फेक्शन डिजीज एक्सपर्ट डॉ. एंथोनी फौसी ने पहले कहा था कि व्यापक रूप से इस्तेमाल के लिए एक वैक्सीन को तैयार होने में 12 से 18 महीने लगेंगे।

डेटा के माध्यम से प्रगति के संकेत

इसके बाद राष्ट्रपति ट्रंप और वाइस प्रेसिडेंट माइक पेंस ने Daily briefing में कहा कि कोरोनावायरस के खिलाफ अमेरिकी लड़ाई में डेटा के माध्यम से प्रगति के संकेत मिले हैं।

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पेंस ने कहा, “न्यूयॉर्क मेट्रो एरिया, न्यूजर्सी, कनेक्टिकट, डेट्रायट और न्यू ऑरलियन्स सहित प्रमुख वायरस हॉटस्पॉट में भी महामारी की चरम सीमा पार होती दिखाई दे रही है।”

कोविड-19 वायरस बनाया नहीं गया : डब्ल्यूएचओ

जिनेवा : विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा कि वर्तमान तक के सभी उपलब्ध साक्ष्यों से पता चलता है कि कोरोनावायरस प्राकृतिक है और इसमें किसी तरह की कोई हेराफेरी नहीं है और न ही यह निर्मित वायरस है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने ग्लोबल हेल्थ वॉच डॉग के हवाले से कहा, “कई शोधकर्ता सार्स-सीओवी-2 की जीनोमिक विशेषताओं को देखने में सक्षम रहे हैं और उन्होंने पाया है कि इस बात के कोई सबूत नहीं है कि यह एक प्रयोगशाला निर्मित वायरस है।”

डब्ल्यूएचओ ने जोर देकर कहा कि अगर यह एक निर्मित वायरस होता तो इसका जीनोमिक सीक्वेंस ज्ञात तत्वों का मिश्रण दिखाता लेकिन ऐसा नहीं हुआ।

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