क्‍या भारत कोरोना वायरस संक्रमण के थर्ड स्‍टेज की ओर बढ़ रहा है?

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भारत में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों के लगातार इजाफा हो रहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की वेबसाइट के अनुसार अभी तक इस वायरस से 694 मामलों की पुष्टि हो चुकी है। जिनमें 647 भारतीय जबकि 47 विदेशी शामिल हैं। जानकारों के अनुसार भारत में इस तरह तेजी से बढ़ रही मरीजों की संख्‍या इस किलर वायरस के स्‍टेज थ्री में पहुंच जाने के संकेत है। हालांकि अभी तक किसी भी सरकारी एजेंसी ने कोरोना वायरस के स्‍टेज थ्री में पहुंचने की पुष्टि नहीं की है। कोरोना वायरस के इंफेक्‍शन की स्थिति को अलग अलग स्‍टेजेस में बांटा गया है। आइये इन स्‍टेजेस के बारे में जानते हैं।

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फर्स्‍ट स्‍टेज में वायरस को रोकना आसान

फर्स्‍ट स्‍टेज में वायरस का संक्रमण किसी प्रभावित देश में किसी दूसरे देश के व्‍यक्ति के जाने और उसके संक्रमित होने से होता है। व्‍यक्ति के अपने देश में लौटने पर वह संक्रमण का वायरस अपने साथ लेकर लौटता है। इस तरह संक्रमण उन्‍हीं व्‍यक्ति या व्‍यक्तियों तक सीमित होता है जो दूसरे देशों से आए हैं। इंफेक्‍शन के रोकथाम के लिए यह समय सबसे बेहतर होता है। इसमें दूसरे देशों से आये हुए पीड़ित व्‍यक्ति को आइसोलेट कर इसका प्रसार रोका जा सकता है।

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सेकेंड स्‍टेज में विदेश से आया व्‍यक्ति बांटता है इंफेक्‍शन

इस स्‍टेज को लोकल ट्रांसमिशन स्‍टेज कहते हैं। इस स्‍टेज में विदेश से लौटे संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से उसके परिजन, रिश्तेदार वगैरह संक्रमित होने लगते हैं। इस चरण में यह पता होता है कि वायरस कहां से फैल रहा है। इस स्टेज में भी वायरस के प्रसार को रोकना उतना ज्यादा कठिन नहीं होता है क्योंकि संक्रमण के सोर्स की जानकारी आपके पास होती है।

थर्ड स्‍टेज है खतरनाक

कोरोना वायरस के प्रसार के थर्ड स्‍टेज को कम्‍युनिटी ट्रांसमिशन स्‍टेज कहा जाता है। इस स्टेज में कोरोना वायरस एक बड़े इलाके के लोगों को अपने चपेट में ले लेता है। इस चरण में कोई ऐसा व्यक्ति भी संक्रमित हो सकता है जो न तो कोरोना वायरस से प्रभावित देश से लौटा है और न ही वह किसी दूसरे कोरोना वायरस संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आया हो। इस स्टेज में यह पता नहीं चलता कि कोई व्यक्ति कहां से संक्रमित हो रहा है। इटली और स्पेन जैसे देशों में यह इसी स्टेज में है।

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फोर्थ इज लॉस्‍ट स्‍टेज

यह कोरोना वायरस के प्रसार का अंतिम स्‍टेज है। इसे सबसे खराब स्‍टेज माना जाता है। इस स्‍टेज में वायरस को रोक पाना लगभग असंभव हो जाता है। लोगों में यह वायरस बेतरतीब तरीके से अपने शिंकजे में लेता है। इस स्‍टेज में मौतों की संख्‍या खासी बढ़ जाती है। चीन इस स्टेज से गुजर चुका है।

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