महाराष्ट्र जातीय हिंसा के पीछे बीजेपी और आरएसएस का हाथ: मायावती

0

महाराष्ट्र के पुणे में जातीय हिंसा की आंच जहां मुंबई और राज्य के दूसरे इलाकों तक पहुंच चुकी है। वहीं इस मुद्दे पर देश की सियासत भी गरमा गई है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के बाद अब यूपी की पूर्व सीएम और बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने भी बीजेपी और आरएसएस को निशाने पर लिया है।बीएसपी सुप्रीमो ने पुणे हिंसा के लिए बीजेपी और आरएसएस को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा, ‘हिंसा के पीछे बीजेपी और आरएसएस का हाथ है।

अब भीमा-कोरेगांव प्रतिरोध के सशक्त प्रतीक हैं

दलितों की सुरक्षा के इंतजाम नहीं किए गए। ये जो घटना घटी है रोकी जा सकती थी। सरकार को वहां सुरक्षा का उचित प्रबंध करना चाहिए था।राहुल गांधी ने उना की घटना और रोहित वेमुला का भी जिक्र किया। कांग्रेस अध्यक्ष ने लिखा, ‘उना, रोहित वेमुला और अब भीमा-कोरेगांव प्रतिरोध के सशक्त प्रतीक हैं।

फौज ने पेशवा को शिकस्त दी थी

‘ दरअसल, यह पूरा विवाद 1 जनवरी 1818 के दिन हुए उस युद्ध को लेकर है, जो अंग्रेजों और पेशवा बाजीराव द्वितीय के बीच कोरेगांव भीमा में लड़ा गया था। इस युद्ध में ईस्ट इंडिया कंपनी की फौज ने पेशवा को शिकस्त दी थी। कंपनी की फौज में बड़ी तादाद में महार समुदाय के लोग शामिल थे। उस वक्त इस जाति को अछूत माना जाता था। ‘

बीजेपी सरकार ने कराई हिंसा’

मायावती ने साथ ही कहा, ‘बीजेपी और आरएसएस के लोग नहीं चाहते कि दलित अपने इतिहास को याद रखें। वहां (महाराष्ट्र में) बीजेपी की सरकार है और उन्होंने हिंसा कराई। लगता है इसके पीछे बीजेपी, आरएसएस और जातिवादी ताकतों का हाथ है।’इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस हिंसा को लेकर RSS और बीजेपी पर निशाना साधा। उन्होंने मंगलवार शाम ट्वीट कर कहा कि भारत के लिए RSS और बीजेपी का फासीवादी दृष्टिकोण ही यही है कि दलितों को भारतीय समाज में निम्न स्तर पर ही बने रहना चाहिए।

(nbt)

(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें। आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं।)

Leave A Reply

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. AcceptRead More