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एक बेटी की पाती बाबा साहेब के नाम…
एक बेटी की पाती बाबा साहेब के नाम...आशा है आप जहाँ भी होंगे, कुशल और शांत होंगे और क्यों ना हो शांत,आप मानव समाज के लिए जो करके…
कोरोना: बचाव के उपायों से तय होगा भविष्य
भारत में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 5,700 से भी ज्यादा हो चुकी है और मरने वालों का आंकड़ा 160 के पार चला गया है।
गांव और किसानों के साथ मजबूती से खड़े होने का वक्त
ग्रामीण क्षेत्रों को संक्रमण से भी बचाना है, और उनकी अर्थव्यवस्था को जो आघात लगा है, उससे भी उन्हें उबारना है।
लॉकडाउन खत्म करने की चुनौती
हमें स्वास्थ्य पर मंडराते जोखिम को इस तरह से कम करना होगा कि इसकी कीमत हमारी अर्थव्यवस्था को न चुकानी पड़े।
इस विध्वंस के बाद सृजन में “सदियां” लगेंगी, मानवीय संवेदनाओं को जिंदा रखिए
मानव समाजिक प्राणी है। सामूहिक जीव है। परिवार, समाज, प्रदेश, देश, विश्व और ब्रह्मांड सबकुछ हमारी सामूहिकता का विस्तार है। नितांत…
व्यापार पर कोरोना का प्रकोप और भारत की अर्थव्यवस्था
कोरोना वायरस का प्रकोप, जो विश्व अर्थव्यवस्था के लिए खतरा बनता जा रहा है, एक ऐसी दर से फैल रहा है जो संभवतः व्यापारिक…
लॉकडाउन: गांवों को संकट से उबारने के लिए
लॉकडाउन ने कुछ चीजों को पीछे खिसका दिया है। उत्तर भारत में गेहूं की खरीद इस वक्त जोरों पर होनी चाहिए थी। हालांकि इस बार मौसम कुछ…
हमारी चर्चा में बार-बार क्यों लौट आते हैं भगवान राम
आज भी अधिकांश मध्यवर्गीय भारतीय स्त्रियों के लिए उनके पति राम ही होते हैं। रामनवमी पर विशेष :
लॉकडाउन में फंसे हुए लोग
बीमारियां भेदभाव नहीं करतीं, लेकिन चिकित्सा की उपलब्धता तो करती है, भले ही वह लॉकडाउन जैसी रक्षात्मक चिकित्सा ही क्यों न हो।
बलवान समय ने सब बदल दिया
कोरोना ने दुनिया के कई नेताओं और उनके सपनों को मुश्किल में डाल दिया है। चंद दिनों में ही यह बहुत बदल गई है।