योगी सरकार पर मायावती का वार ‘संगम में नहाने से पाप नही धुलते’

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योगी सरकार ने गुरुवार को अपना तीसरा बजट पेश किया। योगी सरकार बजट पेश करने के बाद ही विपक्ष से चौतरफा घिर गई है। पहले सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और अब बसपा सुप्रीमो मायावती (Mayawati) ने बजट के बहाने योगी सरकार पर हमला बोला है।

मायावती ने ट्टीट करके निशाना साधा है। चुनावी वर्ष में बीजेपी सरकारों का बजट चाहे कितना भी लुभावना क्यों ना हो।

वास्तव में सरकार का साल भर का जनहित व जनकल्याण एवं अपराध नियंत्रण व कानून -व्यवस्था का काम ही आमजनता के लिये महत्त्वपूर्ण होता हैऔर इन मामलों में केन्द्र व खासकर उत्तर प्रदेश की बीजेपी सरकार बुरी तरह से विफल साबित हुई है जो जगजाहिर है। केवल संगम स्नान से सरकारों के पाप नहीं धुल सकते। जनता बहुत होशियार है और सब जानती-समझती है।

वहीं अखिलेश यादव ने कहा कि ये योगी सरकार का तीसरा बजट था। योगी सरकार ने कानून व्यवस्था के लिए कोई योजना नहीं थी और न ही शिक्षा और व्यवस्था के लिए कुछ किया। वहीं पूर्वांचल एक्सप्रेस वे के लिए पर्याप्त पैसा नही दिया गया है।

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अखिलेश ने कहा ये बजट किसानों और बेरोजगारों को धोखा देने वाला बजट है। उन्होंने योगी सरकार पर तंज कसते हुए कहा बजट में मैंने देखा है कि लोग ज़्यादा शराब पियें। अगर ज़्यादा शराब पियेंगे तो गौ सेवा होगी। अखिलेश यादव ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार का तीसरा बजट था। सरकार के पास दो ही बजट बाकी हैं।

सरकार चलाने वाले सन्यासी योगी हैं। उन्होंने राजकोष और धर्म कोष के लिए कुछ नहीं किया। जिसकी समझ वैसे उसका बजट, जो कुछ बजट में था वह भी खो दिया। बेरोजगारी कैसे खत्म हो उसके लिए बजट में कोई प्रावधान नहीं। दोनों बजट को देखने के बाद सरकार ने किसान को संकट में डाल दिया। बेरोजगारी को खत्म करने के लिए कोई बजट नहीं।

बाहर से चीनी मंगा रही है योगी सरकार

सोलर एनर्जी के लिए भी कोई बजट नहीं है। मलिन बस्तियों के लिए केवल 426 करोड दिए गए हैं। किसानों का गन्ना सूख रहा है। उद्योगपतियों से मिलकर सरकार चीनी बाहर से मंगा रही। किसान के बोरी से जो 5 किलो खाद कम की गई थी उसकी कोई भरपाई नहीं हुई।अखिलेश ने कहा कि गांव को 42000 मिलने से क्या गाय की सेवा होगी। शिक्षा स्वास्थ्य के लिए सरकार ने कुछ नहीं किया। जाति पूछने के बाद अस्पतालों में इलाज हो रहा है।

न शिक्षा और न कानून व्यवस्था पर दिया ध्यान

सैफई मेडिकल कॉलेज को भले ही पैसा ना दिया जाता ना कोई नया मेडिकल कॉलेज बनाने का इंतजाम किया। पुराने मेडिकल कॉलेज को बनाने के लिए भी कोई इंतजाम नहीं।

कानून व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए सरकार के पास कोई व्यवस्था नहीं है ना कोई गाड़ी का इंतजाम किया गया ना ही कोई सहूलियात दी गई। पुलिस भवन के लिए भी सरकार कुछ नहीं कर रही है। समाजवादी सरकार होती तो कई इनोवा गाड़ी आ जाती। एक्सप्रेस-वे के लिए जो पैसा दिए गए हैं। उसे ना घास साफ होगी ना मेढ टूटेगी।

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