भूख से तड़प रहीं बहनों ने PMO को किया फोन, तब नसीब हुआ खाना

कोरोना वायरस को रोकने के लिए पूरे देश में लॉकडाउन है, जिससे लोग जहां-तहां फंसे हुए हैं

0

कोरोना वायरस को रोकने के लिए पूरे देश में लॉकडाउन है, जिससे लोग जहां-तहां फंसे हुए हैं। आम तौर पर लोग घरों में भी किसी को अंदर नहीं आने दे रहे हैं। Bihar Sisters ऐसे में भागलपुर जिले के खंजरपुर गांव की तीन लड़कियां भूखे अपने घर में रहने को विवश हो गईं।

कोविड-19

जब इन्हें कहीं मदद नहीं मिली तब इन्होंने एक हेल्पलाईन में फोन कर दिया, और उसके बाद ही इन्हें खाना नसीब हुआ। यह पूरा मामला भागलपुर जिले के जगदीशपुर प्रखंड के बड़ी खंजरपुर गांव का है, जहां तीन अनाथ लड़कियां आसपास के घरों में काम कर अपना पेट पालती हैं।

पड़ोसियों ने खाना देने से किया इनकार-

लॉकडाउन के कारण इनका काम छिन गया और तीनों घर में भूखे रहने लगीं। इन्हें खाना देने से जब पड़ोसियों ने भी इंकार कर दिया तब इन्होंने एक समाचार पत्र में छपे एक फोन नंबर पर फोन कर दिया। यह फोन पीएमओ में जा लगा।

कोविड 19 के चलते पूरे देश में लॉकडाउन है

तीनों बहनों की कहानी सुनकर पीएमओ के अधिकारी ने पटना के आपदा प्रबंधन विभाग को फोन कर पूरे मामले की जानकारी दी। इसके बाद आपदा प्रबंधन विभाग ने जगदीशपुर के अंचल पदाधिकारी (सीओ) को इस मामले में कार्रवाई करने का निर्देश दिया। इसके बाद सीओ उन लड़कियों के घर पहुंचे और उन्हें भोजन उपलब्ध करवाया।

Bihar Sisters : बच्चियों ने उठाई परेशानी-

अंचल पदाधिकारी सोनू कुमार भगत ने बताया कि तीनों लड़कियों को खाना और एक सप्ताह का सूखा राशन पहुंचा दिया गया है।

अंचल पदाधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि उन तीनों लड़कियों को कपड़े भी उपलब्ध कराए गए हैं तथा प्रशासन उन पर नजर रखे हुए है। सीओ का कहना है कि अगर आसपास के लोग भी पुलिस को मामले की जानकारी दे देते तो बच्चियों को इतनी परेशानी नहीं उठानी पड़ती।

यह भी पढ़ें: Shikha Malhotra:कोरोना पीड़ित मरीजों की मदद के लिए एक्ट्रेस बनी नर्स

यह भी पढ़ें: कोरोना इफेक्ट : अखिलेश ने योगी की तरफ बढ़ाया मदद का हाथ

[better-ads type=”banner” banner=”104009″ campaign=”none” count=”2″ columns=”1″ orderby=”rand” order=”ASC” align=”center” show-caption=”1″][/better-ads]

(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें। आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं।)

Leave A Reply

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. AcceptRead More