ग्रामीणों के आगे झुका बीएचयू प्रशासन, सीर गेट खोलने पर हुआ राजी
बीएचयू परिसर स्थित सीर गेट को लेकर चल रहे विरोध अब थम गया है। बुधवार को ग्रामीणों की मांगों को मानते हुए बीएचयू प्रशासन सीर गेट खोलने पर राजी हो गया। इसे लेकर दोनों पक्षों के बीच पिछले एक महीने से विवाद चल रहा था लेकिन बुधवार को हुई दोनों पक्षों में हुई बातचीत के बाद बीएचयू प्रशासन ने गेट खोलने का निर्देश दे दिया।
क्यों बंद किया गया था गेट ?
कैंपस में 15 जून को विधि विभाग चौराहे के पास तेज रफ्तार से आ रही कार ने छात्र और छात्रा को टक्कर मार दी थी। हादसे के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने सीर गेट को बंद करा दिया था। तब से ग्रामीण इसे खोलने की मांग कर रहे थे। हालांकि इसी गेट से विश्वविद्यालय के अधिकांश शिक्षक, कर्मचारी और छात्र भी आते हैं।
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सूत्रों की माने तो चीफ प्रॉक्टर आफिस में कई शिक्षकों ने भी पत्र देकर गेट खुलवाने को कहा था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। रविवार सुबह ग्रामीणों ने गेट बंद होने के विरोध में रास्ता जाम कर दिया।
इस दौरान विश्वविद्यालय प्रशासन के विरोध में नारेबाजी भी की। ग्रामीणों ने अल्टीमेटम दिया था कि अगर गेट नहीं खुला तो वे आंदोलन करेंगे और इसका नतीजा बीएचयू प्रशासन को भुगतना पड़ेगा।