छोटे भाई अनिल अंबानी की ‘कंगाली’ से और अमीर होंगे मुकेश अंबानी!

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अंबानी नाम सुनकर सबसे पहला ख्याल आम जनता के दिमाग में यही आता है लेकिन ऐसा  नहीं है। दरअसल अनिल अंंबानी की कंपनी आरकॉम (कंपनी रिलायंस कम्युनिकेशंस)ने दिवालिया हो गया है। इसके लिए अनिल अंबानी ने दिवालिया होने का आवेदन दे दिया।

जिसे कोर्ट ने स्वीकार कर लिया है, जिसके बाद उसे रीपेमेंट या लिक्विडेट (संपत्ति बेचने) के लिए 270 दिनों का वक्त मिलेगा। अपने बड़े भाई मुकेश अंबानी की कंपनी जियो इन्फोकॉम लिमिटेड को अपने टावर, स्पेक्ट्रम और फाइबर एसेट्स बेचने में विफल रहने के बाद अनिल अंबानी ने यह रास्ता चुना है। बैंकों द्वारा आरकॉम की जियो के साथ 173 अरब रुपये की डील पर आपत्ति जताने और मुकदमा दर्ज कराने के बाद यह सौदा खटाई में पड़ गया। बैंकों ने सौदा होने से पहले अपने कर्ज की मांग की थी।

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अब जब आरकॉम दिवालिया प्रक्रिया में चली गई है, तो ऐसी स्थिति में जियो इसकी संपत्तियों के लिए और सस्ती बोली लगा पाने में सक्षम होगी। आरकॉम की संपत्तियां खरीदने की होड़ में जियो एकमात्र कंपनी है। ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के मुताबिक, लॉ फर्म एलऐंडएल पार्टनर्स के एक पार्टनर अपूर्व जयंत ने कहा, ‘अगर आरकॉम लिक्विडेशन में जाती है, तो उसकी कीमत खत्म हो जाएगी, जिसका खतरा बना हुआ है। इन्सॉल्वेंसी प्रक्रिया के दौरान जियो कर्जदाताओं के साथ भारी मोलभाव कर सकती है और कीमतों को काफी नीचे ला सकती है।’

आरकॉम के इक्विटी होल्डर्स पहले से ही ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। सोमवार को कंपनी के शेयर में रिकॉर्ड गिरावट देखी गई थी और प्रति शेयर की कीमत में एक तिहाई से अधिक की गिरावट आई थी, जो साल 2006 के बाद इसका सबसे निचला स्तर था।

साल 2018 में कंपनी के शेयर में 60 फीसदी की गिरावट आ चुकी है। हालांकि, तीन दिनों की गिरावट के बाद बुधवार को कंपनी का शेयर बीएसई पर दो फीसदी चढ़कर 5.48 रुपये पर बंद हुआ।

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