24 घंटों में सेना ने ढेर किए 10 आतंकी

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पिछले 24 घंटों के दौरान एंटी-टेररिस्ट ऑपरेशन में भारतीय सेना ने सफलतापूर्वक 10 आतंकियों को ढेर कर दिया। शनिवार को यह जानकारी सेना ने दी। सेना के मुताबिक सभी आतंकी भारी-भरकम हथियारों से लैस थे। सेना के मुताबिक ये रमजान के महीने में घाटी में अशांति फैलाने के मकसद से घुसपैठ की कोशिश में थे।

गौरतलब है कि शनिवार सुबह ही सुरक्षाबलों ने हिजबुल मुजाहिदीन के नए पोस्टर बॉय सबजार अहमद बट उर्फ अबु जरार को शनिवार सुबह मार गिराया। जिसने आठ जुलाई, 2016 को अनंतनाग जिले में बुरहान वानी के मारे जाने के बाद हिजबुल की कमान संभाली थी।

गौरतलब है कि सबजार के खात्मे से पहले शुक्रवार देर रात जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में आतंकवादियों ने गश्ती जवानों के एक दल पर हमला कर दिया था। सेना ने बताया, ‘उनको स्पॉट करने के बाद हमने उन पर हमला किया। सेना का मकसद उन सभी पर काबू पाना था। हम किसी को बचकर जाने नहीं देना चाहते थे। ऑपरेशन कुछ देर तक चला और हम सभी 6 आतंकियों को मार गिराने में कामयाब रहे। उनकी पहचान हम अभी जारी नहीं कर सकते लेकिन सभी 6 आतंकियों की बॉडी रिकवर कर ली गई है। सर्च ऑपरेशन अब तक जारी है।’ इसके बाद शनिवार को सेना ने 4 और आतंकी मार गिराए।

सबजार का खात्मा सेना के लिए बड़ी कामयाबी के तौर पर देखा जा रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 25 साल का सबजार अहमद ‘सब डॉन’ के नाम से भी कुख्यात था। बुरहान वानी के मारे जाने के बाद वह हिजबुल के लिए काम कर रहे कश्मीरी युवाओं की अगुआई कर रहा था।

इस मुठभेड़ के बाद घाटी में प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) एस.पी.वैद ने बट के मारे जाने की पुष्टि की।

बट उर्फ अबू जरार ने आठ जुलाई, 2016 को अनंतनाग में सुरक्षा बलों के अभियान में मारे गए हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर बुरहान वानी की जगह संगठन की कमान संभाली थी।

बट के सिर पर 10 लाख रुपये का ईनाम था और वह सुरक्षाबलों की वांछित (वांटेड) सूची में शीर्ष पर था।

सैमोह गांव में सुरक्षाबलों के साथ हुई मुठभेड़ में बट के मारे जाने के बाद दक्षिण, मध्य और उत्तरी कश्मीर के कई स्थानों पर व्यापक विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं।

बट के मारे जाने की खबर फैलते ही अनंतनाग, पुलवामा और शोपियां में दुकानें बंद कर दी गईं। किसी भी तरह की अफवाह को फैलने से रोकने के लिए इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गईं।

प्रशासन ने अप्रैल से सोशल मीडिया पर लगे प्रतिबंध को शुक्रवार शाम को ही हटाया था।

श्रीनगर के पॉलीटेक्निक संस्थान और एक कॉलेज के छात्रों ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया, जबकि नौहट्टा में पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन जारी हैं।

प्रशासन इस दिशा में पुख्ता कदम उठा रहा है कि हिजबुल कमांडर के मारे जाने के बाद कानून एवं व्यवस्था की स्थिति खराब न हो।

सूत्रों के अनुसार, जम्मू एवं कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती राज्य में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए श्रीनगर में उच्चस्तरीय बैठक आयोजित करने वाली हैं।

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